सार

आकाश चोपड़ा के साथ यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए हरभजन ने कहा कि अगर हम अपने खिलाड़ियों का सम्मान नहीं करेंगे तो बाहर भी कोई ऐसा नहीं करेगा। 

नई दिल्ली. खिलाड़ियों की विदाई का मुद्दा भारतीय क्रिकेट में हमेशा से अहम रहा है। हर खिलाड़ी चाहता है कि वह मैदान से खेल को अलविदा कहे लेकिन हर किसी का यह सपना पूरा नहीं हो पाता। दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। हरभजन ने कुछ ऐसे खिलाड़ियों का जिक्र किया है जिन्हें वह बेहतर विदाई का हकदार मानते हैं।

हरभजन सिंह ने कहा है वीरेंदर सहवाग, गौतम गंभीर और वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ियों को बेहतर फेयरवेल मिलना चाहिए था।

हम अपने खिलाड़ियों का सम्मान नहीं करेंगे तो कोई नहीं करेगा

आकाश चोपड़ा के साथ यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए हरभजन ने कहा कि अगर हम अपने खिलाड़ियों का सम्मान नहीं करेंगे तो बाहर भी कोई ऐसा नहीं करेगा। उन्होंने निराशा जताते हुए कहा कि वह नहीं चाहते कि जैसा उनके साथ हुआ है वैसा किसी दूसरे के साथ हो।

हरभजन करियर

भारत के लिए 103 टेस्ट, 236 वनडे इंटरनैशनल और 28 टी20 इंटरनैशनल मैच खेलने वाले इस 39 वर्षीय स्पिनर ने सीमित ओवरों के प्रारूप में 294 विकेट लिए हैं। उन्होंने आखइरी बार टेस्ट मैच 2015 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था वहीं उसी साल साउथ अफ्रीका के खिलाफ वह अपना आखिरी टी20 इंटरनैशनल खेले थे।

मुझे टेस्ट टीम से ड्रॉप कर दिया गया था

उन्होंने कहा, 'मुझे हमेशा इस बात का दुख रहता है कि चीजों को बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था। 100 टेस्ट मैच खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए बड़ी बात होती है। मैं खुशकिस्मत हूं कि मैं उनमें शामिल हूं। मैं मानता हूं कि मेरे प्रदर्शन में थोड़ी गिरावट आई होगी या मैं उम्मीद के मुताबिक अच्छा खेल नहीं दिखा रहा होऊंगा लेकिन चीजों को बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था। कोई मुझसे बात करने नहीं आया। मैं वेस्ट इंडीज से 400 विकेट पूरे करके लौटा और उसके बाद मुझे टेस्ट टीम से ड्रॉप कर दिया और दोबारा फिर कभी नहीं चुना गया।'

हरभजन ने भारत के लिए 417 टेस्ट विकेट लिए। वह अनिल कुंबले और कपिल देव के बाद भारत के तीसरे सबसे कामयाब गेंदबाज हैं।