सार

युवराज सिंह और 19 सितंबर का दिन कोई नहीं भूल सकता है क्योंकि यह वही दिन है, जब युवी विश्व क्रिकेट में इतिहास रच दिया था। आज से ठीक 15 साल पहले यानि 2007 में युवराज ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली बार एक ओवर में 6 छक्के मारने का कारनामा किया था।

Yuvraj Singh 6 Sixes in T20 World Cup. भारतीय टीम के बैट्समैन रहे युवराज सिंह के बारे में यह कहा जाता था कि जिस मैच में वे हाफ सेंचुरी जड़ देते थे, वह मैच भारत कभी नहीं हारता था। यह युवराज की काबिलियत थी कि उन्हें भारतीय टीम का सबसे उम्दा खिलाड़ी समझा जाता था। लेकिन टी20 विश्व कप 2007 में युवी ने वह कारनामा कर दिखाया जो आज तक कोई भी दूसरा बल्लेबाज इतने बड़े मंच पर नहीं कर पाया। यही कारण है कि 19 सितंबर का दिन क्रिकेट फैंस के लिए युवराज यानी अपने युवी को याद करने का दिन होता है। आप भी जानें 15 साल पहले युवी ने कैसे इतिहास रचा था...

डरबन की यादें आज भी ताजा
वक्त 2007 का था और टी20 का वह पहला विश्व कप खेला जा रहा था। भारतीय टीम की कप्तानी चतुर महेंद्र सिंह धोनी के हाथ में जरूर थी लेकिन बैटिंग का दारोमदार स्टाइलिश युवराज सिंह पर था। 15 साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ भारत का मैच चल रहा था। तभी गेंदबाजी करने स्टुअर्ट ब्रॉड आए जिन्हें इंग्लैंड के भविष्य का गेंदबाज बताया जा रहा था। युवी क्रीज पर थे और सामने ब्रॉड थे। कुछ ही देर में इतिहास बनने वाला था। युवराज शायद कुछ सोचकर मैदान पर उतरे थे। ब्रॉड की पहली, दूसरी, तीसरी गेंद पर युवराज ने छक्का जड़ा तो इंग्लैंड के खेमे में हलचल मच गई। सभी खिलाड़ी जमा हो गए और स्टुअर्ट ब्रॉड को टिप्स दिए लेकिन जब चौथी गेंद पड़ी तो वह भी छक्का लगा। अब तो सारा माहौल युवी के पक्ष में था फिर उन्होंने न चाहते हुए भी 5वीं और 6ठीं गेंद पर भी छक्के मार दिए जो कि विश्व क्रिकेट के लिए इतिहास बन गया। तब युवी ने मात्र 12 गेंद पर 50 रन ठोंक दिए थे, जिसे आज भी कोई बैट्समैन तोड़ नहीं पाया है। 

2011 का विश्व कप भी युवी ने जिताया
1983 के बाद वह पहला मौका था जब भारत किसी विश्व कप का विजेता बना था। टी20 फार्मेट में विश्व विजेता बनने के बाद टीम इंडिया से वनडे विश्व कप जीतने की भी उम्मीद की जाने लगी और फैंस को लगा कि युवी हैं तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है। 2007 का टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारत के पास 4 साल का वक्त था। 2011 का वक्त आया और वनडे विश्व कप में फिर कप्तानी महेंद्र सिंह धोनी के हाथ में थी और दमदार खिलाड़ी युवराज सिंह भी टीम में थे। तब युवराज के दम पर ही टीम ने 2011 का विश्व कप जीता। उस दौरान युवराज सिंह ने टूर्नामेंट में न सिर्फ 362 रन बनाए बल्कि अहम मौकों पर विकेट भी चटकाए और 15 विकेट लिए। विश्व कप में 300 से ज्यादा रन बनाने और 15 विकेट लेने वाले युवराज पहले खिलाड़ी बने। युवी ने 2019 में संन्यास ले लिया लेकिन उनकी पारियां आज भी याद आती हैं।

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