सार

 महाराष्ट्र और हरियाणा के बाद अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है। दिल्ली यूनिट के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने बिना नाम लिए पार्टी के कुछ सीनियर नेताओं पर अपनी भड़ास निकाली। 

नई दिल्ली। केंद्र शासित राज्य में विधानसभा चुनाव के बीच एक बार फिर कांग्रेस नेताओं की आपसी लड़ाई सतह पर आती दिख रही है। महाराष्ट्र और हरियाणा के बाद अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है। दिल्ली यूनिट के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने बिना नाम लिए पार्टी के कुछ सीनियर नेताओं पर अपनी भड़ास निकाली। 

दिल्ली में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में नाम नहीं होने पर संदीप दीक्षित ने कड़ी नाराजगी जताई। न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "पार्टी के कुछ सीनियर नेताओं (AICC स्तर के) के साथ असहमति की वजह से स्टार कैम्पेनर की लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं किया गया। हालांकि मैं अपनी परंपरागत चुनाव क्षेत्र में पार्टी के विधानसभा उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करूंगा।" संदीप ने यह भी कहा कि इसमें सुभाष चोपड़ा का हाथ नहीं है। 

दिल्ली में भुला नहीं सकते मेरे मां काम 
संदीप ने यह भी कहा कि दिल्ली के लिए मेरे मां शीला दीक्षित ने बहुत काम किए। मुख्यमंत्री रहते हुए दिल्ली के विकास के लिए उन्होंने जो योगदान दिया उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। संदीप पार्टी की ओर से ईस्ट दिल्ली सीट से सांसद रहा चुके हैं। जबकि उनकी मां शील दीक्षित दिल्ली के सर्वाधिक लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में शामिल की जाती हैं। 

दिल्ली से पहले हरियाणा में भी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और महाराष्ट्र में किउछ नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे। कांग्रेस ने पिछले दिनों स्टार कैम्पेनर्स की लिस्ट जारी की थी। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मनमोहन सिंह और प्रियंका गांधी समेत पार्टी के 40 नेताओं के नामा शामिल हैं।