सार
दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीन बाग का मुद्दा तेजी से सामने आ रहे हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक वीडियो ट्वीट कर कहा, हमे तो लग रहा है आप अटारी -बाघा बॉर्डर पर खड़े है..आप हिन्दुस्तान में ....बीच मे नो मेन्स लैंड...और उस तरफ .....?
नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीन बाग का मुद्दा तेजी से सामने आ रहे हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक वीडियो ट्वीट कर कहा, हमे तो लग रहा है आप अटारी -बाघा बॉर्डर पर खड़े है..आप हिन्दुस्तान में ....बीच मे नो मेन्स लैंड...और उस तरफ .....? शाहीन बाग का वीजा केजरीवाल और मनीष सिसोदिया देते है। वीडियो में दिख रहा है कि मीडिया के कुछ लोग बैरियर के दूसरी तरफ खड़े हैं। आरोप है कि उन्हें धरना प्रदर्शन वाली जगह पर जाने से रोका जा रहा है।
वीडियो में क्या है?
वीडियो को सबसे पहले जी मीडिया के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी ने ट्वीट किया। वीडियो में सुधीर चौधरी के साथ न्यूज नेशन के कन्सल्टिंग एडिटर दीपक चौरसिया भी दिख रहे हैं। दोनों मीडियाकर्मी बैरियर के पास खड़े होकर बोल रहे हैं कि उन्हें अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है।
- सुधीर चौधरी ने ट्वीट किया, शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी कहते हैं हमें वहां घुसने की इजाजत नहीं है। शाहीन बाग में जाने के लिए अब अलग वीजा लेना होगा? क्या शाहीन बाग में खत्म हो जाती है भारत की सीमा? कश्मीर की तरह यहां गो बैक के नारे लग रहे हैं। इतनी असहनशीलता?
15 दिसंबर से शुरू हुआ शाहीन बाग आंदोलन
दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में 15 दिसंबर से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। यहां सर्द रातों में महिलाएं, बच्चे और बूढ़ी औरतें बीच सड़क पर और खुले आसमान के नीचे धरने पर बैठी हैं। सीएए-एनआरसी के खिलाफ शाहीन बाग का प्रोटेस्ट एक मॉडल बन गया है।