सार
Gujarat Assembly Election 2022: नर्मदा जिले की दो विधानसभा सीट, जिसमें एक नांदोड़ है और दूसरी डेडियापाड़ा, में इस बार भाजपा की राह आसान नहीं है। पार्टी को नांदोड़ पर अपने ही बागी नेता से चुनौती मिल रही है।
गांधीनगर। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में सातवीं बार जीतकर रिकॉर्ड बनाने की कोशिश में जुटी भाजपा के लिए इस बार उसके अपने ही मुसीबत बन गए हैं और सत्ता की राह में रोड़े अटका रहे हैं। दरअसल, पार्टी को नर्मदा जिले की दो विधानसभा सीट पर जीत की राह आसान नहीं दिख रही है। इसमें एक सीट पर तो उसके अपने ही कद्दावर नेता रहे हर्षद चुनौती दे रहे हैं, जबकि दूसरी सीट पर आप का बीटीपी से हाथ मिला लेना, जीत के समीकरण को कठिन बना रहा है।
नांदोड़ और डेडियापाड़ा, नर्मदा जिले में ये दो सीट इस बार भाजपा के लिए चुनौती बनी हुई हैं। यह आदिवासी बहुल सीटें हैं और चुनाव प्रचार के लिए अमित शाह आ चुके हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभाओं की लिस्ट में इस जगह का नाम भी शामिल है। डेडियापाड़ा में तो बीटीपी यानी भारतीय ट्राइबल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इस बार आम आदमी पार्टी से प्रत्याशी बन गए हैं। ऐसे में ये मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे हैं।
डेडियापाड़ा में शाह और मोदी दोनों की सभा
आदिवासी बहुल ये सीटें महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा से लगती हैं। यहां केवड़िया में पर्यटकों की संख्या भी खूब रहती है। हर्षद वसावा भाजपा के मजबूत नेता माने जाते हैं। हालांकि, पार्टी ने इस बार इन्हें टिकट नहीं दिया। इससे नाराज हर्षद बागी हो गए और निर्दलीय पर्चा भर दिया। अब वे भाजपा के लिए चुनौती बन गए हैं। दूसरी ओर, डेडियापाड़ा में जीतकर पार्टी इस बार अब तक बीटीपी का वर्चस्व इस पर खत्म करना चाहती है। अमित शाह के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी भी यहां प्रचार के लिए आने वाले हैं।
पहले चरण की वोटिंग 1 और दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को
बता दें कि इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में दोनों चरणों के लिए नामांकन का दौर समाप्त हो चुका है। पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख थी। दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर थी। राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी। पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी हुआ था। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को हुई, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय थी। नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर निर्धारित की गई थी।
यह भी पढ़ें-
पंजाब की तर्ज पर गुजरात में भी प्रयोग! जनता बताएगी कौन हो 'आप' का मुख्यमंत्री पद का चेहरा
बहुत हुआ.. इस बार चुनाव आयोग Corona पर भी पड़ेगा भारी, जानिए क्या लिया गजब फैसला