सार

Gujarat Assembly Election 2022: अहमदाबाद के आसपास के गांवों और कुछ शहरी क्षेत्रों को मिलाकर दस्क्रोई विधानसभा सीट बनाई गई है। यहां ठाकोर और पाटीदारों की ही चलती है। भाजपा ने पाटीदार और कांग्रेस ने ठाकोर जाति के उम्मीदवार को टिकट दिया है। 

गांधीनगर। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार कई सीटें ऐसी हैं, जहां ठाकोर और पटेल वोटों का बोलबाला है। दस्क्रोई विधानसभा सीट भी इनमें से एक है, जहां इन दोनों की जाति के लोगों की संख्या न सिर्फ ज्यादा है बल्कि, निर्णायक भी है। इस सीट पर ठाकोर जाति के लोग सबसे ज्यादा हैं, जबकि पाटीदार यानी पटेल उनसे कुछ कम। इसके बाद दलित वोटर्स हैं, मगर ठाकोर और पटेल के आधे से भी कम। यही स्थिति क्षत्रिय और अन्य जातियों की है। 

दरअसल, दस्क्रोई विधानसभा सीट परिसीमन में अहमदाबाद के करीब के 63 गांव, बारेजा नगर पालिका और नवा नरोदा निकोल एरिया को शामिल कर बनाई गई है। यहां ठाकोर और पाटीदारों की चलती है। ठाकोर जाति के लोगों की संख्या यहां सबसे अधिक 24.6 प्रतिशत है। इसके बाद पाटीदारों का नंबर आता है और इनकी संख्या 21.4 प्रतिशत तक है। तीसरे नंबर पर यहां दलित वोटर्स हैं और इनकी संख्या 8.7 प्रतितश तक है, जबकि क्षत्रियों की संख्या 8 प्रतिशत तक है। इसके बाद अन्य जातियों का मिक्सचर है, जो 37 प्रतिशत से अधिक है। 

सीट का पूरा गणित 

  • 24 प्रतिशत ठाकोर जाति के लोग हैं। 
  • 21 प्रतिशत पाटीदार जाति के लोग हैं। 
  • 8-8 प्रतिशत दलित और क्षत्रिय हैं। 
  • 7 बार से यह सीट भाजपा के पास है। 
  • 4 बार से बाबूभाई पटेल लगातार जीत रहे इस सीट से। 
  • 1985 में अंतिम बार कांग्रेस को यहां से जीत मिली थी। 
  • 3 लाख 91 हजार 406 वोटर्स है इस चुनाव में।  
  • 2 लाख 4 हजार 71 वोटर्स पुरूष हैं इस बार। 
  • 1 लाख 87 हजार 326 वोटर्स महिला हैं इस चुनाव में। 
  • 71 प्रतिशत से अधिक वोटिंग पिछले चुनाव में हुई थी। 
  • कांग्रेस ने ठाकोर को टिकट दिया है। 
  • भाजपा ने पाटीदार को मैदान में उतारा है। 
  • आप की वजह से मुकाबला दिलचस्प होगा। 
  • आप ने भी पाटीदार को टिकट दिया और ऐसे में भाजपा के वोटबैंक में सेंध लगा सकती है। 

 पिछले विधानसभा चुनाव में 71 प्रतिशत वोटिंग हुई 

इस सीट पर भाजपा या कांग्रेस ही जीतती रही है, मगर इस बार आम आदमी पार्टी भी मैदान में है और वो किसे नुकसान पहुंचाएगी और किसका वोट खींचेगी, यह कहना अभी मुश्किल है। हालांकि, दूसरे राज्यों में हुए अब तक के चुनावों में आप हमेशा कांग्रेस के ज्यादा वोटर्स को खींचती रही है। यानी कांग्रेस का वोट शेयर घटता है, तब आप का वोट शेयर बढ़ता है। पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2017 के असेंबली इलेक्शन में इस सीट पर 71 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था। इसमें पुरुषों की संख्या 74.21 प्रतिशत थी, जबकि महिलाओं की संख्या 68 प्रतिशत से कुछ अधिक थी। 

2002 से यह सीट भाजपा वाले बाबूभाई के पास 
वैसे इस बार भाजपा के लिए राह कुछ कठिन है, क्योंकि भाजपा के साथ-साथ आम आदमी पार्टी ने भी पटेल यानी पाटीदार उम्मीदवार मैदान में उतारा है। ऐसे में माना जा रहा है कि आप इस बार भाजपा के वोटबैंक में सेंध लगा सकती है और इसका फायदा कांग्रेस को मिल सकता है। हालांकि, भाजपा पिछले सात बार से लगातार यह सीट जीतती रही है। कांग्रेस उम्मीदवार इस सीट पर 1985 में अंतिम बार जीता था, इसके बाद से लगातार कांग्रेस को यहां हार का मुंह देखना पड़ रहा है। भाजपा विधायक बाबू भाई पटेल इस सीट पर चार बार से कब्जा जमाए हुए हैं। 2002 में उन्होंने पहला चुनाव जीता और तब से उनसे यह सीट कोई छीन नहीं सका है। 

9 अन्य समेत करीब चार लाख वोटर्स 
इस सीट पर कुल वोटर्स की संख्या 3 लाख 91 हजार 406 है, जिसमें 9 अन्य भी शामिल हैं। इसके अलावा, महिला उम्मीदवारों की संख्या 1 लाख 87 हजार 326 है, जबकि पुरुषों की संख्या 2 लाख 4 हजार 71 है। बता दें कि इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख थी। दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर है। राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी और संभवत: उसी दिन देर रात तक अंतिम परिणाम जारी हो जाएंगे। पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी हुआ था। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय है। नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर निर्धारित की गई है। 

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