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Dhurandhar: कौन था रहमान डकैत, 'धुरंधर' में जिसका रोल कर छा गए अक्षय खन्ना
बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई कर रही फिल्म 'धुरंधर' में अक्षय खन्ना के किरदार रहमान डकैत की खूब तारीफ़ हो रही है। अक्षय ने इस किरदार को जीवंत कर दिया है। लेकिन क्या आप जानते हैं रहमान डकैत कौन था? जानिए उसके बारे में पूरी डिटेल.…

कौन था 'धुरंधर' में दिखाया गया असली रहमान डकैत?
अक्षय खन्ना ने जिस रहमान डकैत का किरदार निभाया है, वही असल लाइफ में पर्दे पर दिखाए डकैत से भी ज्यादा खतरनाक और कुख्यात था। उसका पूरा नाम सरदार अब्दुल रहमान बलोच था। उसने लगभग एक दशक तक ल्यारी पर अपना आतंक फैलाया हुआ था।
1975 में पैदा हुआ था रहमान डकैत
बताया जाता है कि रहमान डकैत का जन्म 1975 में ल्यारी में हुआ था। उसके पिता का नाम दाद मुहम्मद और मां का नाम खदीजा बीबी था। दाद मोहम्मद अपने चाचा के साथ मिलकर ड्रग्स की तस्करी करता था। 1960 के दशक में ल्यारी के पहले कुख्यात गैंगस्टर काला नाग से उनका सामना हुआ था। 1967 में काला नाग पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था।
15 साल की उम्र में रहमान डकैत ने अपनी ही मां को मारा
रहमान डकैत उस वक्त ड्रग्स पैडलर बन गया था, जब वह अपने टीनऐज में था। बताया जाता है कि 13 साल की उम्र में उसने एक आदमी को चाकू मार दिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक़, जब रहमान डकैत 15 साल का था, तब उसने सिर्फ इसलिए अपनी मां की हत्या कर दी थी, क्योंकि वह उसकी दुश्मन गैंग के सदस्य इकबाल के साथ अफेयर में थी। इकबाल ही वह शख्स बताया जाता है, जिसने रहमान के पिता का क़त्ल किया था।
सरदार अब्दुल रहमान बलोच कैसे बना रहमान डकैत
बताया जाता है कि 13 की उम्र में चाकूबाजी और फिर 15 की उम्र में मां की हत्या जैसे कांडों ने सरदार अब्दुल रहमान बलोच को इतना कुख्यात किया कि उसे रहमान डकैत नाम मिल गया। क्योंकि डाकू द्वारा दी गई निर्दयी मौत की याद दिलाता है। फिल्म में अक्षय खन्ना का डायलॉग ' रहमान डकैत की दी हुई मौत बड़ी कसाई नुमा होती है।' उसके किरदार को असल में परिभाषित करता है।
21 की उम्र में रहमान डकैत बन गया था सिंडिकेट का हेड
1990 के दशक में रहमान डकैत हाजी लालू गैंग में शामिल हो गया था। उस वक्त ज्यारी में हाजी लालू गैंग की तूती बोलती थी। 2001 में लालू की गिरफ्तारी हुई और रहमान को गैंग का लीडर बना दिया गया। द ट्रिब्यूज के 'किंगडम' ऑफ़ फियर के मुताबिक़, रहमान डकैत उस वक्त सिर्फ 21 साल का था, जब वे फिरौती, किडनैपिंग, हथियारों की सप्लाई और ड्रग्स ट्रैफिकिंग जैसे अपराधों में शामिल रहने वाले सिंडिकेट का हेड बन गया था।
जिंदगी के आखिरी दशक में सबसे खूंखार हो गया था रहमान डकैत
रहमान डकैत 2001 से 2009 के बीच सबसे खतरनाक गैंगस्टर बन गया था। अपने चचेरे भाई और दूसरे नंबर के कमांडर उजैर बलूच कुख्यात सरगना बाबा लाडला के साथ मिलकर उसने ल्यारी पर राज किया। कथिततौर पर रहमान डकैत के आदेश पर उजैर और लाडला उन सिरों के साथ फुटबॉल खेलते थे, जो उन्होंने काटे हुए होते थे।
एनकाउंटर में मारा गया था रहमान डकैत
बताया जाता है कि पीपल्स अमन कमेटी नाम से गैंग बनाने वाला रहमान डकैत कराची पुलिस के एक एनकाउंटर में मारा गया था। यह एनकाउंटर 9 अगस्त 2009 को हुआ था। वहीं, पाकिस्तानी पॉलिटिशियन जुल्फिकार मिर्ज़ा ने अपने एक बयान में कहा था कि उन्होंने रहमान डकैत को मारा और उन्हें इसके लिए बहुत बुरा लगा था। मौत के वक्त वह 34 साल का था।