कंगना के बिगड़े बोल से कब-कब मचा सियासी बवाल, जानें 6 सबसे विवादित बयान
- FB
- TW
- Linkdin
1- 1947 में देश को मिली आजादी 'भीख'
कब कहा - नवंबर, 2021
कंगना रनोट ने कहा- भारत को ‘वास्तविक आजादी’ 2014 में तब मिली, जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी। कंगना ने 1947 में देश को मिली आजादी को ‘भीख’ बताया था। कंगना के इस बयान से कांग्रेस भड़क गई थी और उन्हें इसके लिए माफी मांगने को कहा था।
2- मैं कमर नहीं हिलाती, हड्डियां तोड़ती हूं
कब कहा - फरवरी, 2021
मध्य प्रदेश के एक कांग्रेस विधायक सुखदेव पांसे ने कंगना को नाचने वाली बताया था। इस पर भड़कते हुए उन्होंने जवाब में कहा- मैं दीपिका, कैटरीना या आलिया नहीं हूं। मैं वो हूं जिसने आइटम डांस नहीं किए, खान जैसे बड़े स्टार्स के साथ काम करने से मना किया। मैं राजपूत हूं, जो कमर नहीं हिलाती, हड्डियां तोड़ती है।
3- पहले शांति फिर क्रांति, अब वक्त है सिर काटने का..
कब कहा- जनवरी, 2021
वेब सीरिज तांडव में हिंदू देवी-देवताओं के अपमान से नाराज कंगना ने एक पोस्ट शेयर की थी। इसमें उन्होंने लिखा था- भगवान कृष्ण ने भी शिशुपाल की 99 गलतियों को माफ कर दिया था। पहले शांति फिर क्रांति। अब उनके सिर काटने का समय है, जय श्री कृष्ण।
4- जब POK से कर दी मुंबई की तुलना
कब कहा- सितंबर, 2020
कंगना रनोट ने शिवसेना सांसद संजय राउत पर मुंबई लौटकर न आने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए लिखा था- शिवसेना नेता ने मुझे धमकी देते हुए कहा है कि मुंबई लौटकर मत आना। मुझे अब मुंबई पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) की तरह लग रही है।
5- देशद्रोहियों से भरी पड़ी है फिल्म इंडस्ट्री
कब कहा- मार्च, 2019
2019 में पुलवामा हमले के बाद जब एक्ट्रेस शबाना आजमी परफॉर्मेंस के लिए पाकिस्तान जाने वाली थीं, तभी कंगना ने कहा था- शबाना आजमी जैसे लोग टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ हैं। उरी अटैक के बाद जब पाकिस्तानी कलाकारों को बैन किया गया है तो इन्हें पाकिस्तान जाने की क्या जरूरत है।
6- तापसी पन्नू-स्वरा भास्कर को बताया बी-ग्रेड एक्ट्रेस
कब कहा- अक्टूबर, 2023
सुशांत राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म के साथ ही आउटसाइडर-इनसाइडर की बहस छिड़ी थी। इसी बीच, कंगना ने एक इंटरव्यू में स्वरा भास्कर और तापसी पन्नू को बी ग्रेड एक्ट्रेस बताया था। बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा था- ये दोनों भले ही कितनी मेहनत कर लें, लेकिन इन्हें कभी आलिया और अनन्या बराबर नहीं समझा जाता।