- Home
- Entertainment
- Bollywood
- राजकुमार के 10 शानदार डायलॉग्स, सुनते ही तालियां और सीटियां बजाने का करेगा मन
राजकुमार के 10 शानदार डायलॉग्स, सुनते ही तालियां और सीटियां बजाने का करेगा मन
बॉलीवुड के सुपरस्टार राजकुमार की 99वीं बर्थ एनिवर्सरी है। उनका जन्म 8 अक्टूबर 1926 को पाकिस्तान में हुआ था। कई हिट फिल्मों में काम करने वाले राजकुमार के डायलॉग्स आज भी लोग सुनना पसंद करते हैं। इस पैकेज में आपको उनके सबसे फेमस डायलॉग्स बता रहे हैं।

फिल्म बुलंदी (1980)
बिल्ली के दांत गिरे नहीं और चला शेर के मुंह में हाथ डालने। ये बद्तमीज हरकतें अपने बाप के सामने घर के आंगन में करना, सड़कों पर नहीं।
फिल्म वक्त (1965)
चिनॉय सेठ, जिनके अपने घर शीशे के हों, वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते।
ये भी पढ़ें... क्यों अमिताभ बच्चन ने डरते-डरते की थी फिल्म जंजीर की शूटिंग, किस बात का था खौफ?
फिल्म बेताज बादशाह (1994)
जिसके दालान में चंदन का ताड़ होगा, वहां तो सांपों का आना-जाना लगा ही रहेगा।
फिल्म सौदागर (1991)
जानी.. हम तुम्हें मारेंगे और जरूर मारेंगे.. लेकिन वो बंदूक भी हमारी होगी, गोली भी हमारी होगी और वक्त भी हमारा होगा।
फिल्म पाकीजा (1972)
बेशक मुझसे गलती हुई। मैं भूल ही गया था, इस घर के इंसानों को हर सांस के बाद दूसरी सांस के लिए भी आपसे इजाजत लेनी पड़ती है और आपकी औलाद खुदा की बनाई हुई जमीन पर नहीं चलती आपकी हथेली पर रेंगती है।
फिल्म सूर्या (1989)
हम वो कलेक्टर नहीं, जिनका फूंक मारकर तबादला किया जा सकता है। कलेक्टरी तो हम शौक से करते हैं, रोजी-रोटी के लिए नहीं। दिल्ली तक बात मशहूर है कि राजपाल चौहान के हाथ में तंबाकू का पाइप और जेब में इस्तीफा रहता है। जिस रोज इस कुर्सी पर बैठकर हम इंसाफ नहीं कर सकेंगे, उस रोज हम इस कुर्सी को छोड़ देंगे..समझ गए चौधरी।
फिल्म गॉड एंड गन (1995)
घर का पालतू कुत्ता भी जब कुर्सी पर बैठ जाता है तो उसे उठा दिया जाता है। इसलिए क्योंकि कुर्सी उसके बैठने की जगह नहीं। सत्य सिंह की भी यही मिसाल है। आप जरा इंतजार कीजिए।
फिल्म सौदागर (1991)
जब राजेश्वर दोस्ती निभाता है तो अफसाने लिखे जाते हैं और जब दुश्मनी करता है तो तारीख बन जाती है।
फिल्म इंसानियत का देवता (1993)
जब खून टपकता है तो जम जाता है, अपना निशान छोड़ जाता है और चीख-चीखकर पुकारता है कि मेरा इंतकाम लो, मेरा इंतकाम लो।
ये भी पढ़ें... Bobby Deol के डेब्यू साल की 10 कमाऊ फिल्में, इस NO. सनी देओल के भाई की मूवी
फिल्म मरते दम तक (1987)
इस दुनिया में तुम पहले और आखिरी बदनसीब कमीने होगे, जिसकी ना तो अर्थी उठेगी और ना किसी कंधे का सहारा होगा, सीधे चिता जलेगी।