सार

रोजी-रोटी के लिए सऊदी अरब गए एक मजदूर की वहां मौत हो गई. उनके पार्थिव शरीर को भारत वापस लाने के लिए परिवार के सदस्यों ने सोनू सूद से मदद की गुहार लगाई.
 

सोनू सूद से मदद मांगते ही वह तुरंत मदद के लिए तैयार हो जाते हैं। सोशल मीडिया के जरिए उन्हें कई गुहारें मिलती हैं। गुहार में दम होता है तो सोनू सूद तुरंत हरकत में आ जाते हैं और मदद करते हैं। इसी कड़ी में सऊदी अरब में जान गंवाने वाले एक प्रवासी मजदूर के पार्थिव शरीर को भारत में उनके परिवार को सौंपने में उन्होंने मदद की है। एक युवक ने ट्विटर के जरिए सोनू सूद से गुहार लगाई थी। सोनू सूद ने उनके इस संदेश पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। 

युवक ने लिखा, 'प्रिय सोनू सूद, सऊदी सीमेंट होफफ प्लांट में काम करने वाले मेरे अंकल की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। फिलहाल उनका पार्थिव शरीर सऊदी अरब के किंग फैसल जनरल हॉस्पिटल में है। कृपया उनके पार्थिव शरीर को भारत वापस लाने में मदद करें।' इस पर सोनू सूद ने लिखा, 'मैं आपके अंकल के पार्थिव शरीर को भारत वापस लाने की पूरी कोशिश करूंगा। मैंने इस बारे में संबंधित अधिकारियों से बात कर ली है।' 

कहने की जरूरत नहीं कि सोनू सूद ने अपना वादा निभाया और उस प्रवासी मजदूर के पार्थिव शरीर को भारत वापस लाने में मदद की। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने इस काम में मदद करने के लिए गिरीश पंत का भी आभार जताया। बताया जा रहा है कि मृतक मजदूर हैदराबाद का रहने वाला था। 

कोविड के समय सोनू सूद ने गरीबों और प्रवासी मजदूरों की जो मदद की थी, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। लॉकडाउन के कारण कई शहरों में फंसे मजदूरों को उन्होंने अपने पैसों से उनके घर पहुंचाया था। परिवहन व्यवस्था ठप होने के कारण कई मजदूर सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर अपने घर जाने की कोशिश में अपनी जान तक गंवा बैठे थे। 2020 से सोनू सूद ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों की मदद की है।