तुम कभी हीरो नहीं बन सकते? ताना सुनकर रो देता सुपरस्टार का बेटा
तुषार कपूर ने अपने शुरुआती करियर के संघर्षों पर खुलकर बात की, जिसमें मीडिया की आलोचना और स्टार किड होने के दबाव शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कैसे एक खास कम्युनिटी उन्हें पटरी से उतारने की कोशिश करती थी।

जितेंद्र के बेटे और टीवी इंडस्ट्री की क्वीन एकता कपूर के भाई ने अपने लाइफ में स्ट्रगल के बारे में बात की है।
हाल ही में एक इंटरव्यू में, तुषार कपूर ने बताया कि एक खास कम्युनिटी उन्हें पटरी से उतारने की कोशिश की थी। कभी -कभी वे तंज सुन सुनकर टूट जाते थे।
हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में, तुषार कपूर ने 2001 में मुझे कुछ कहना है के साथ बॉलीवुड में अपनी शुरुआत के बारे में बताया। वे ये स्वीकार करते हैं कि उस समय नेपोटिज्म जैसी बातें ट्रेंड में नहीं थीं।
तुषार कपूर ने बताया कि फ़िल्मी परिवार से होने के कारण अक्सर मीडिया का एक धड़ा उनके लुक्स को आलोचनात्मक नज़रिए से देखता था। उन्होंने कहा कि ऐसे माहौल में किसी को मोटी चमड़ी बनानी पड़ती है, क्योंकि उसे नीचे गिराने की लगातार कोशिशें होती रहती हैं। लेकिन आपको इससे फर्क नहीं पड़ना चाहिए।
तुषार ने बताया कि मीडिया की एक ख़ास कम्युनिटी अक्सर स्टार किड्स को क्रिटिसाइज करता था, जो उनके हर काम में कमियां निकालता था। अगर कोई बिना मेकअप या हेयरस्टाइल के किसी प्रेस इवेंट में जाता था, तो कहते थे कि "हीरो दिखने लायक नहीं हो।"
अपनी पहली फिल्म मुझे कुछ कहना है की रिलीज को याद करते हुए उन्होंने कहा कि इसकी सक्सेस ने उन्हें बहुत इंस्पायर किया था। वे अपने लुक को की जा रहीं बातों को भूलकर आगे बढ़ने के लिए तैयार थे।
तुषार कपूर ने बताया कि वे भाग्यशाली है कि तमाम आलोचनाओं का सामना करने के बावजूद वे काम पर अपना फोकस रखे हुए थे। इसके बाद उन्हें धीरे-धीरे इंडस्ट्री एक्सेप्ट करती चली गई।