सार
संजय दत्त स्टारर 'नाम' में पंकज उधास ने 'चिट्ठी आई है' गाना गाया था, जो आज भी उनका ही नहीं, किसी भी सिंगर के सबसे पॉपुलर सॉन्ग्स में शामिल है। लेकिन यही वो फिल्म है, जिसमें पंकज उधास ने काम करने से मना कर दिया था।
एंटरटेनमेंट डेस्क. ग़ज़लों की दुनिया की एक सुरीली आवाज़ हमेशा के लिए खामोश हो गई। हम बात कर रहे हैं पंकज उधास की। लंबी बीमारी के बाद 26 फ़रवरी 2024 को उन्होंने अंतिम सांस ली। पंकज उधास 72 साल के थे और उन्हें सबसे ज्यादा 'चिट्ठी आई है' गाने के लिए जाना जाता था। यह गाना संजय दत्त स्टारर फिल्म 'नाम' में फिल्माया गया था, जिसके डायरेक्टर महेश भट्ट थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस गाने ने पंकज उधास को देश-विदेश में ख्याति दी, उस गाने को एक वक्त पर उन्होंने गाने से इनकार कर दिया था। आइए बताते हैं क्या है यह दिलचस्प किस्सा...
पंकज उधास 'चिट्ठी आई है' नहीं गाना चाहते थे?
बताया जाता है कि शुरुआत में पंकज उधास को फिल्म 'नाम' के गाने 'चिट्ठी आई है' के लिए अप्रोच किया गया था। लेकिन अचानक उधास ने प्रोड्यूसर राजेंद्र कुमार के साथ कम्युनिकेशन तोड़ दिया। दोनों के बीच खाई इतनी गहरी हो गई कि राजेंद्र कुमार ने उन पर अनप्रोफेशनल होने के आरोप तक लगा दिए। खुद पंकज उधास ने लहरें से बातचीत में यह खुलासा किया था। उन्होंने कहा था, "इस गाने के पीछे की दिलचस्प कहानी है। मैं कभी इसे नहीं गाना चाहता था।"
जब पंकज उधास को ऑफर हुई फिल्म ‘नाम’
पंकज उधास ने आगे कहा था, "जब यह फिल्म बनाई जा रही थी, तब मैं इस पर्टिकुलर गाने के लिए कंसीडर किया गया था। सलीम खान साहब ने कहानी लिखी, महेश भट्ट साहब इस फिल्म के डायरेक्टर थे और राजेंद्र कुमार इसके प्रोड्यूसर। उन सभी को लगा कि यह गाना किसी एक्टर नहीं, बल्कि रियल लाइफ सिंगर द्वारा गाया जाना चाहिए। फिल्म में सिचुएशन यह थी कि लाइव कॉन्सर्ट में एक सिंगर गाना गा रहा है, संजय दत्त का ह्रदय परिवर्तन होता है और वह वापस आ जाते हैं। उन्हें ऐसा सिंगर चाहिए था, जो पॉपुलर हो और जनता के बीच जाना जाता हो। इसलिए उन्होंने मुझे कंसीडर किया।लेकिन जब निर्माता ने मुझे यह गाना गाने के लिए कहा तो अपने आइडिया के बारे में नहीं बताया, बल्कि यह कहा कि पंकज तुम हमारी फिल्म में दिखने जा रहे हो। मैं डर गया। उन्होंने कहा कि फिल्म में मेरे बेटे कुमार गौरव और संजय दत्त हैं और मुझे भी इस फिल्म का हिस्सा बनना होगा।"
राजेंद्र कुमार की बात सुन डर गए थे पंकज उधास
पंकज ने आगे कहा, "मैं डर गया, क्योंकि शुरू से ही मैं एक्टर नहीं बनना चाहता था। मेरा फोकस हमेशा से सिंगिंग पर था। मैंने राजेन्द्र कुमार जी से कहा कि मैं आपको जल्दी ही जवाब दूंगा। लेकिन मैंने कॉल नहीं किया। वे उस वक्त सच में पागल हो गए। उन्होंने मेरे बड़े भाई मनोज जी (मनहर उधास) को फोन किया। वे बेस्ट फ्रेंड थे। उन्होंने मनोज जी से कहा, 'तुम्हारे भाई में कोई शिष्टाचार नहीं है। कोई तमीज़ नहीं है।'मनोज जी ने फिर मुझे कॉल किया और पूछा कि तुम्हारी दिक्कत क्या है? मैंने कहा कि मैं फिल्म में एक्टिंग नहीं कर सकता। तब उन्होंने सलाह दी कि मुझे प्रोड्यूसर को यह बता देना चाहिए। तब मैंने राजेंद्र जी को कॉल किया और माफ़ी मांगते हुए बता दिया कि मैं एक्टिंग नहीं कर सकता। तब उन्होंने कहा कि तुम्हे फिल्म में एक्ट करने को किसने कहा। उन्होंने कहा कि वे मुझे फिल्म में पंकज उधास के तौर पर ही लेना चाहते हैं।"
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