सिंगर जुबीन गर्ग का 19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान हादसे में निधन हो गया। 52 वर्षीय जुबीन को समुद्र से बचाया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। ऐसे में आइए जानते हैं उनके बारे में खास बातें..

'या अली' गाने से मशहूर हुए सिंगर जुबीन गर्ग का 19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान एक अजीबोगरीब एक्सीडेंट में निधन हो गया। वो 52 साल के थे। असम के कैबिनेट मिनिस्टर अशोक सिंघल ने शुक्रवार दोपहर सोशल मीडिया पर जुबीन की मौत की पुष्टि की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुबीन सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग कर रहे थे, तभी वो समुद्र में गिर गए। उन्हें बचा लिया गया और आईसीयू में एडमिट कराया गया। इलाज के दौरान ही उनका निधन हो गया। वहीं इस खबर को सुनकर उनके फैंस का बुरा हाल हो गया है।

कौन थे जुबीन गर्ग?

जुबीन गर्ग का जन्म 1972 में मेघालय में हुआ था। उनका असली नाम ज़ुबीन बोरठाकुर था, लेकिन 1990 के दशक में उन्होंने अपने उपनाम की जगह अपना गोत्र 'गर्ग' अपनाकर इसे अपने स्टेज नेम के रूप में इस्तेमाल किया। उन्होंने महज 20 साल की उम्र में 1992 में फिल्म 'अनामिका' से बतौर म्यूजिक कंपोजर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की। हालांकि, उन्हें देशभर में असली पहचान 2006 में आई फिल्म 'गैंगस्टर' के सुपरहिट गाने 'या अली' से मिली। इस गाने की जबरदस्त सफलता ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया। इसके बाद जुबीन ने 'दिल तू ही बता', 'सुबह सुबह' और 'क्या राज है' जैसे कई हिट गाने दिए।

ये भी पढ़ें..

'या अली' सिंगर Zubeen Garg का सिंगापुर में निधन, 52 साल में इस वजह से गवांई जान

कौन है 'बिग बॉस ओटीटी 3' का यह कंटेस्टेंट, जिसने काट ली कांच से अपनी ही नस

जुबीन गर्ग ने अपने करियर में गाए कितने गाने?

जुबीन ने न केवल हिंदी बल्कि असमिया, बंगाली और अन्य भाषाओं में भी गाने गाए थे। जुबीन गर्ग ने कई धार्मिक एल्बम भी जारी किए थे। वे केवल गायक और संगीतकार ही नहीं, बल्कि म्यूजिक डायरेक्टर, एक्टर, स्क्रिप्ट राइटर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी थे। अपने 30 साल के करियर में जुबीन ने 40 से अधिक भाषाओं में करीब 38,000 गाने रिकॉर्ड किए, जिससे वे भारत के सबसे ज्यादा प्रोडक्टिव सिंगर्स में गिने जाते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जुबीन कई सालों तक असम के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सिंगर रहे।