Kantara: Chapter 1 में ऋषभ शेट्टी ने बिना बॉडी डबल के हर स्टंट खुद किया। 3000 लोगों के साथ 25 एकड़ में 45-50 दिन तक शूट पर बड़े एक्शन और वॉर सीन्स फिल्माए गए, जिससे यह भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा एक्शन प्रोजेक्ट बन गया
‘कंतारा: चैप्टर 1’ इस साल की मोस्ट अवैटेड फिल्मों में से एक है, जिसे होम्बले फिल्म्स द्वारा बनाया गया है। अब फिल्म के एक्शन-स्टंट कोरियोग्राफर अर्जुन राज ने कंतारा: चैप्टर 1 के एक्शन सीन्स से लेकर कहानी तक के बारे में बात की हैॉ। उन्होंने बताया कि कैसे कंतारा: चैप्टर 1 में इंडियन सिनेमा के कुछ सबसे बड़े और महंगे एक्शन सीक्वेंस हैं। उन्होंने फिल्म की माइथोलॉजिकल फाइट्स के बारे में भी बात की। इसके अलावा ऋषभ शेट्टी की तारीफ़ करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने हर फाइट को शानदार और यादगार अनुभव बना दिया।
अर्जुन राज का पहला बड़ा प्रोजेक्ट ‘कांतारा चैप्टर 1’
‘कंतारा: चैप्टर 1’ अर्जुन राज का पहला बड़ा प्रोजेक्ट है। वे कहते हैं, "पहले मैं इस प्रोजेक्ट में नहीं था। यह बहुत बड़ी फिल्म है और सच कहूं तो मुझे लगा कि शायद मैं इस लेवल तक नहीं पहुंच पाऊंगा। मैं वाराणसी में था। तब मैंने ऐसे ही किसी बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने की दुआ की। कुछ दिन बाद मुझे फोन आया। पहले वे चाहते थे कि मैं सिर्फ़ एक ही सीक्वेंस के लिए काम करूं। बाद में उन्होंने मुझे चार सीक्वेंस दे दिए। इसे किस्मत कहिए या भगवान का आशीर्वाद, लेकिन यह हो गया।" इस तरह से अर्जुन ने चार बड़े सीक्वेंस के लिए कोरियोग्राफी की, जबकि राम-लक्ष्मण की जोड़ी ने एक सीक्वेंस संभाला और हॉलीवुड स्टंट डायरेक्टर तोडोर लाज़ारोव ने वॉर के सीन्स को आकर देने में मदद की।
हजार साल पहले की है 'कांतारा चैप्टर 1' की कहानी
बकौल अर्जुन राज, "यह कहानी एक हज़ार साल पहले की है। आप हाल की एक्शन फिल्मों से चीजें सिर्फ कॉपी-पेस्ट नहीं कर सकते। हर मूव को उस समय के हिसाब से लगाना और असली एहसास दिलाना चाहिए था।उदाहरण के लिए हमारे पास एक बड़ा रथ का सीन था। यह सिर्फ़ एक प्रॉप नहीं था, बल्कि यह ऋषभ और एक हज़ार से ज़्यादा जूनियर कलाकारों को शामिल करते हुए एक हाई-स्पीड चेज का हिस्सा था। इस तरह से यह मेरी अब तक के करियर का सबसे ख़तरनाक स्टंट बन गया है, जिसे मैंने डिज़ाइन किया है।"
इमोशनल सीक्वेंस से भरा 'कांतारा चैप्टर 1' का वॉर सीन
अर्जुन कहते हैं, "अगर रथ वाला सीन सबसे ख़तरनाक था, तो वॉर का सीक्वेंस सबसे ज़्यादा इमोशंस से भरा हुआ था। दरअसल, प्री-क्लाइमेक्स की लड़ाई मेरी खुद की पसंदीदा है। यह सिर्फ तलवारों की टकराहट नहीं थी, बल्कि इसमें हर पल कुछ खोने और पाने की भावनाएं शामिल थी। वहीं, ऋषभ का प्रदर्शन इसकी जान थी । उनकी जबरदस्त एनर्जी ने हर फाइट को एक अलग ऊंचाई दी है।"
'कांतारा चैप्टर 1' में ऋषभ शेट्टी ने खुद किए अपने सीन
एक्शन-स्टंट कोरियोग्राफर अर्जुन राज ने बताया कि, "हमने ऋषभ के लिए बॉडी डबल का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने बिना किसी मदद, खुद अपने स्टंट किए हैं। उनका बॉडी लैंग्वेज इतना अलग है कि कोई डुप्लीकेट कॉपी नहीं कर सकता। उन्होंने कलारिपयडू, तलवारबाज़ी और घुड़सवारी की ट्रेनिंग ली है। इसके बावजूद जो रिस्क उन्होंने उठाए, वो सिर्फ उनकी हिम्मत और जज़्बे से संभव हुआ है। मैंने कई एक्टर्स के साथ काम किया है, लेकिन ऋषभ सिर्फ इतना नहीं कहते कि 'मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगा', बल्कि वो कहते हैं 'मैं जब तक जिंदा हूं, मैं करूंगा।' यही स्पिरिट सबकुछ बदल देती है।"
25 दिन में पूरी हुई 'कांतारा चैप्टर 1' की रथ वाली फाइट सीक्वेंस
होम्बले फिल्म्स के बारे में आगे बात करते हुए वह कहते हैं, "प्रोडक्शन हाउस होम्बले फिल्म्स ने हमें पूरी आज़ादी दी थी। जूनियर आर्टिस्टेस्ट और लीड एक्टर्स को शामिल करने से पहले हमने स्केच, छोटे मॉडल और रिहर्सल के साथ काम किया। हर बड़े सीक्वेंस के लिए कम से कम छह दिनों की तैयारी होती थी। हर फ़ाइट सीन में बहुत पैसा और समय लगता था, एक दिन में एक करोड़ तक का खर्च होता था। उदाहरण के लिए, हमें उस रथ के फाइट सीक्वेंस को पूरा करने में 25 दिन लगे, जिसमें छह दिन की ज्यादा तैयारी और 15 दिन की रिहर्सल भी शामिल थी। इसका हर हिस्सा सिर्फ उसी एक सीन को दिया गया था। मेरे ख़्याल से, भारतीय सिनेमा में पहली बार इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। मुझे इसे ख़ुद सीखना पड़ा। इसने एक्शन सीक्वेंस को तैयार करने में एक नया आयाम खोल दिया। हॉलीवुड में, रिगिंग एक आम बात है, लेकिन इसे इस तरह की ज़मीनी कहानी में लाना एक नई चुनौती थी। सुरक्षा, संतुलन और विश्वसनीयता का मिला-जुला इस्तेमाल एक ध्यान से किया जाने वाला काम था।"
25 एकड़ के शहर में शूट हुआ 'कंतारा: चैप्टर 1' का वॉर सीक्वेंस
‘कंताराः चैप्टर 1’ होम्बले फिल्म्स का सबसे बड़ा और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। प्रोडक्शन हाउस 2022 की ब्लॉकबस्टर 'कांतारा' की विरासत को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। मेकर्स ने 'कंतारा: चैप्टर 1' के लिए 500 से ज़्यादा कुशल फाइटर्स और 3,000 अन्य नेशनल और इंटरनेशनल स्पेशलिस्ट के साथ एक बड़ा वॉर सीक्वेंस क्रिएट किया है। 25 एकड़ में फैले एक पूरे शहर में यह सीक्वेंस फिल्माया गया। 45-50 दिन तक ऊबड़-खाबड़ इलाके में इसकी शूटिंग हुई। इसे इंडियन सिनेमा के सबसे बड़े सीक्वेंसेज में गिना जा रहा है। फिल्म 2 अक्टूबर को रिलीज होगी।
