सार

रामानंद सागर की 'रामायण' में हनुमान का किरदार निभाने वाले दारा सिंह को लोग आज भी पूजते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दारा सिंह ने पहले यह रोल करने से मना कर दिया था। जानें क्या थी इसकी वजह?

एंटरटेनमेंट डेस्क. 1980 के दशक में जब रामानंद सागर टीवी पर 'रामायण' लेकर आए तो जैसे दर्शकों को असल भगवान मिल गए थे। लोग भगवान राम के किरदार में दिखे अरुण गोविल और माता सीता का रोल में दिखीं दीपिका चिखलिया को असली भगवान मानकर पूजा करने लगे थे। यहां तक कि शो में हनुमान बने दारा सिंह की तस्वीरें भी लोगों के घरों के मंदिरों में लगने लगी थीं और लोग उन्हें भी पूजने लगे थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब दारा सिंह को हनुमान का रोल ऑफर हुआ तो उन्होंने इसे करने से इनकार कर दिया था।

दारा सिंह के बेटे विंदू ने किया था खुलासा

दारा सिंह के बेटे विंदू दारा सिंह ने एक बातचीत के दौरान यह खुलासा किया था कि उनके पिता को संदेह था कि वे 'रामायण' में हनुमान का रोल कर पाएंगे या नहीं। इसकी वजह उनकी उम्र थी। उस वक्त वे 60 साल के थे और उन्हें डर था कि लोग हनुमान के रोल में उन्हें देख लोग उनका मजाक ना उड़ाने लगेंगे। विंदू ने बताया कि रामानंद सागर ने पहले ही अरुण गोविल को राम के रोल में कास्ट कर लिया था। फिर उन्होंने दारा सिंह को हनुमान का रोल ऑफर किया तो उन्हें लगा कि इसके लिए मना कर देना चाहिए, क्योंकि उन्हें अपनी उम्र की वजह से मजाक उड़ने का संदेह था।

मना करने रामानंद सागर के घर पहुंच गए थे दारा सिंह

विंदू बताते हैं कि दारा सिंह रामानंद सागर के घर गए, जहां एक टेबल के चारों ओर पूरी फैमिली बैठी हुई थी। रामानंद सागर ने दारा सिंह को हनुमान के रोल की तैयारी के लिए कहा, लेकिन वे हिचकिया रहे थे। उन्होंने कहा, "पापाजी, प्लीज किसी युवा कलाकार को हनुमानजी के रोल में ले लीजिए। इस उम्र में मैं हनुमानजी का रोल नहीं कर सकता। अब तो मै रुटीन बॉडी बिल्डिंग की प्रैक्टिस भी नहीं करता।"

रामानंद सागर ने सपने का जिक्र कर समझाया

हालांकि, रामानंद सागर ने उनकी एक ना सुनी और जोर देकर कहा कि ऐसे भगवान के आदेश की अवहेलना नहीं करते। उन्होंने दारा सिंह को बताया कि उन्होंने एक सपना देखा, जिसमें वे शो की स्टारकास्ट फाइनल कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि वे भगवान राम के रोल में अरुण गोविल, नाता सीता के रोल में दीपिका चिखलिया और हनुमानजी के रोल में दारा सिंह को फाइनल कर चुके हैं। रामानंद सागर ने यह भी कहा कि उनका यह सपना दैवीय निर्देश था।

हनुमान बने तो पूजे जाने लगे दारा सिंह

रामानंद सागर की जिद के आगे दारा सिंह हार गए और 60 की उम्र में उन्होंने हनुमान का रोल ऐसे निभाया कि अच्छे-अच्छे युवा अभी उनके आगे फेल हो जाएं। दारा सिंह को डर था कि इस रोल में लोग उनका मजाक उड़ाएंगे, लेकिन हुआ उल्टा। लोगों ने दारा सिंह का मजाक नहीं उड़ाया, बल्कि वे हनुमान के रूप में उनकी पूजा करने लगे थे। बताया जाता है कि 'रामायण' के लिए दारा सिंह की फीस 35 लाकह रुपए थी। यह फीस उन्हें पूरे शो के लिए मिली थी।

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