सार

दावा है कि कोरोना के मरे लोगों के शव समुंद्र में फेंके जा रहे हैं। इसके साथ लोगों से मछली न खाने की सख्त हिदायत दी जा रही है। यूट्यूब पर कुछ की वर्ड्स सर्च करने से हमें ये वीडियो मिला जिससे वायरल दावों की पोल खुल गई। 

नई दिल्ली. कोरोना के कारण पूरे देश में लॉकडाउन है। ऐसे में हर जगह पुलिस लोगों को जागरूक कर रही है। लॉकडाउन में लोग घरों में कैद है। सोशल मीडिया पर लोगों की एक्टिविटी काफी बढ़ गई है। लोग कोरोना से जुड़ी खबरें और दावे शेयर कर रहे हैं ऐसे में फेक न्यूज भी वायरल हो रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। लोगों का दावा है कि कोरोना के मरे लोगों के शव समुंद्र में फेंके जा रहे हैं। इसके साथ लोगों से मछली न खाने की सख्त हिदायत दी जा रही है। यूट्यूब पर कुछ की वर्ड्स सर्च करने से हमें ये वीडियो मिला जिससे वायरल दावों की पोल खुल गई। 

फैक्ट चेकिंग में आइए जानते हैं कि आखिर सच क्या है?  

वायरल पोस्ट क्या है? 

विडियो के साथ जो संदेश भेजा गया है वह इस तरह है, ‘कोई भी समुद्र की मछली न खाएं क्योंकि कोरोना से मरे हुए मुर्दों को समुद्र में फेंकना चालू हो गया है..तो उन मुर्दों को मछली खाएगी…और वो मछली को आप खावोगे तो क्या होगा आप ही सोचो।’

दावा क्या है? 

समुद्र किनारे कई शवों वाले एक विडियो को वॉट्सऐप पर इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। दावा है कि जिन लोगों की मौत कोरोनावायरस से हुई है उनके शवों को अब समुद्र में फेंका जा रहा है। इस विडियो के साथ जो टेक्स्ट शेयर किया जा रहा है उसमें लोगों से समुद्री मछली न खाने को कहा गया है।

सच्चाई क्या है? 

वीडियो वायरल होने के बाद हमने इसकी जांच-पड़ताल की तो मालूम हुआ कि वायरल हो रहा विडियो साल 2014 का है। विडियो लीबियाई तट का है जहां लगभग 100 शरणार्थियों के शव बरामद किए गए थे। इसका कोरोनावायरस से कोई लेना-देना नहीं है।

कैसे की पड़ताल?

यूट्यूब पर कुछ की वर्ड्स सर्च करने से हमें Euronews नामके चैनल पर 26 अगस्त, 2014 को अपलोड किया गया विडियो मिला। इसका शीर्षक, ‘Dozens of migrant bodies are washed ashore in Libya’ था। विडियो के विजुअल्स भी अब वायरल हो रहे विडियो से मेल खाते हैं। विडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, लीबियाई प्रशासन ने समुद्र किनारे से 100 से ज्यादा शव बरामद किए। ये संभवत: बीते हफ्ते जहाज पलटने के शिकार हुए लोगों के शव हैं।

 

ये निकला नतीजा

फैक्ट चेक ने पाया है कि लीबिया का पुराना विडियो इस गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि कोरोनावायरस से मरने वाले लोगों के शव समुद्र में फेंके जा रहे हैं। कोरोना को लेकर सोशल मीडिया पर बहुत सी फेक न्यूज वायरल हो रही हैं। इन पर भरोसा करने से बचें।