सार

लॉकडाउन में काम धंधे ठप्प पड़े हैं। लोग भूखे मरने को मजबूर हैं ऐसे में जब पैसे बंटने की खबर मिली तो लोग मंत्री के बंगले की ओर दौड़ पड़े। देखते ही देखते भीड़ जमा हो गई। पुलिस के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना भूल करीब 300 लोग बेलबाग थाना क्षेत्र में ब्यौहारबाग स्थित पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के बंगले के बाहर पैसों के इंतजार में बैठे थे।

जबलपुर. पूरे देश में लॉकडाउन के कारण लोग परेशान हैं। यहां तक कि गरीबों को भूखे मरने तक की नौबत आ गई है। इस महामारी में भी लोगों को बेवकूफ बनाकर मजे लूटने वालों की कमी नहीं है। लोग फर्जी खबरें और अफवाहें फैलाकर रोज नई मुसीबतों को जन्म दे रहे हैं। ऐसे ही मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक फेक खबर के कारण पूर्व मंत्री जी के बंगले के बाहर हुजुम लग गया। करीब तीन सौ लोग अपनी जान जोखिम में डालकर मुफ्त का पैसा लेने पहुंच गए। 

अफवाह क्या थी।
अफवाह थी- कोरोना महामारी के चलते विधायक लखन घनघोरिया द्वारा सभी को चेक के माध्यम से पैसों का वितरण किया जा रहा है। गरीब लोगों को बुलावा भेजा गया है। जरूरतमंदों को दरबार लगाकर लोगों को पैसे बांटे जा रहे हैं। दरअसल किसी ने फर्जी खबर फैला दी थी कि मंत्री जी कोरोना महामारी में गरीबों को पैसे बांट रहे हैं। बस इतना सुनते ही लोग जहां जैसे थे दौड़ पड़े।

फेक न्यूज से क्या हुआ?
लॉकडाउन में काम धंधे ठप्प पड़े हैं। लोग भूखे मरने को मजबूर हैं ऐसे में जब पैसे बंटने की खबर मिली तो लोग मंत्री के बंगले की ओर दौड़ पड़े। देखते ही देखते भीड़ जमा हो गई। पुलिस के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना भूल करीब 300 लोग बेलबाग थाना क्षेत्र में ब्यौहारबाग स्थित पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के बंगले के बाहर पैसों के इंतजार में बैठे थे।

कैसे हुआ खुलासा?
किसी अज्ञात व्यक्ति ने थाने में फोन करके सूचना दी कि भीड़ जमा होने से  लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन व संक्रमण फैलने की आशंका है। पुलिस से कहा गया, भीड़ में शामिल लोगों द्वारा लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे संक्रमण फैलने की आशंका है। सूचना पर बेलबाग थाने की पुलिस पूर्व मंत्री के बंगले पर पहुंची जहां पर तीन सौ से अधिक महिलाएं, पुरुष मौजूद थे। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि किसी ने शरारत करते हुए पैसे बांटे जाने की अफवाह फैला दी जिससे भीड़ जमा हुई है। जांच के बाद अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने वहाँ मौजूद शैंकी सोनकर, अर्जुन वंशकार चश्मदीद के बयान दर्ज किए जिसमें बताया गया कि किसी व्यक्ति ने शरारत करने की नीयत से पैसे बांटने की अफवाह फैलाई है। जांच के बाद अफवाह फैलाने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 188, 269, 270 आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 54 के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया।

एक और अफवाह को सच मान कोरोना भगाने उतरी औरतें
ऐसा ही एक मामला और सामने आया जब एक अफवाह को सच मान औरतें सूर्य देव की पूजा करने झुंड बनाकर पहुंच गईं। झारखंड में जिले के मेराल व मझिआंव में कुछ लोगों ने जिले में यह अफवाह फैला दी कि सूर्य की उपासना करने से कोरोना खत्म हो जाएगा। यह भी खबर फैलाई गई कि आधार कार्ड के साथ पूजा-अर्चना करने से केंद्र सरकार खाते में पैसा भेजेगी। यह अफवाह सहित कई क्षेत्रों में फैल गई। मंगलवार की शाम में मेराल थाने के हासनदाग गांव में सैकड़ों महिलाएं भगवान सूर्य की पूजा करने के लिए यूरिया नदी के किनारे जमा हो गईं। महिलाओं ने लोटा को कलश बनाकर और उसपर आधार कार्ड रखकर कोरोना से मुक्ति की मन्नत मांगी। प्रशासन ने अफवाहों से दूर करने की अपील की है।

ये निकला नतीजा

पूरे देश में महामारी फैली हुई है। कोरोना के अब तक 2 लाख से ज्यादा मामले हो गए और ये लगातार बढ़ने पर है। ऐसे में शरारती और असंवेदनशील लोग गांववालों को मौत के मुंह में ढकेल ऐसे निंदनीय काम कर रहे हैं। अफवाहों से दूर रहें और अपने आस-पास जागरूकता फैलाएं।