सार

किरण बेदी ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें दावा किया गया है कि प्राचीन सभ्यताओं की आवाज ओम सूरज से निकलती है, खुद अंतरिक्ष संस्थान नासा ने इसे रिकॉर्ड किया है इसलिए इसकी (ओम) पूजा की जाती है। 

नई दिल्ली. पूर्व IPS ऑफिसर और वर्तमान में पुडुचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो में उन्होंने बताया कि  नासा (NASA) ने अंतरिक्ष में सूरय की आवाज रिकॉर्ड की है जिसमें ओम-ओम साउंड सुनाई दे रही है। इस वीडियो को लेकर पूर्व आईपीएस काफी ट्रोल भी हो गईं। तो आइए जानते हैं कि क्या नासा ने सूर्य से 'ओम' रिकॉर्ड किया था? 

4 जनवरी, 2020 को बेदी ने वीडियो ट्वीट किया जो तुरंत वायरल हो गया। वीडियो में दावा किया गया है कि प्राचीन सभ्यताओं की आवाज ओम सूरज से निकलती है, खुद अंतरिक्ष संस्थान नासा ने इसे रिकॉर्ड किया है इसलिए इसकी (ओम) पूजा की जाती है। बेदी ने जो वीडियो शेयर किया, उसे नासा द्वारा जारी किए जाने और सूरज की ध्वनि ओम् जैसी सुनाई देने का जिक्र किया गया है। 

क्या है सूरज से ओम की आवाज निकलने का सच-

बिल्कुल नहीं नासा ने सूर्त की स्थिति को लेकर एक रिकॉर्डिंग जरूर साझा की थी जिसमें सूर्य की स्थिरता को दर्शाया गया था। नासा द्वारा जारी किए गए इस वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने छेड़छाड़ इसे मोडिफाइ कर दिया। वीडियो में ओम की आवाज एड कर दी गई जिसे लोग सच मानकर शेयर करने लगे।

फैक्ट चेकिंग में फर्जी निकला ऑडियो

आजकल सोशल मीडिया खासकर व्हाट्सएप और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर झूठे मैसेजेस और वीडियोज की बाढ़ आई हुई है। ऐसे में यह फेक वीडियो ट्विटर और फेसबुक पर भी शेयर हो रहे हैं। ऐसा ही वीडियो साल 2018 में भी जमकर वायरल हुआ था। 

ट्रोल हुईं किरण बेदी

किरण बेदी द्वारा फेक वीडियो पोस्ट करने के बाद उन्हें ट्रोल करने वालों की बाढ़ सी आ गई है। एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा 'आप पूर्व IPS ऑफिसर और उप राज्यपाल होने के साथ ही फिल्म कोई मिल गया कि बड़ी फैन हैं।' एक अन्य यूजर ने ट्रोल करते हुए लिखा 'क्या केंद्र शासित प्रदेश की उप राज्यपाल इस वीडियो पर विश्वास करती हैं? रोल मॉडल होने के नाते आपको ट्वीट करते वक्त ज्यादा एहतियात बरतनी चाहिए।'

लोगों ने पूछा इसरो क्या कर रहा था?

एक यूजर ने फिल्म कोई मिल गया का रितिक रोशन का एक सीन ट्वीट करते हुए लिखा 'मैंम यह असली है', एक अन्य ने लिखा 'सूरज की आवाज रिकॉर्ड करने के लिए NASA को थैंक्स, पता नहीं हमारा ISRO क्या कर रहा था?'