सार

सोशल मीडिया पर कबूतरों के मरने को लेकर एक खबर वायरल हो रही है। वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि श्रीनगर के जामिया मस्जिद में भूख के कारण कबूतरों की मौत हो रही है। लेकिन वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा पूरी तरह से फेक है।

नई दिल्ली. सोशल मीडिया पर कबूतरों के मरने को लेकर एक खबर वायरल हो रही है। वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि श्रीनगर के जामिया मस्जिद में भूख के कारण कबूतरों की मौत हो रही है। लेकिन वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा पूरी तरह से फेक है।

वायरल न्यूज में क्या है?
केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर में धारा 370 को हटाने को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। इसी में से एक पोस्ट यह भी है। सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल हो रही है कि भूख के कारण श्रीनगर के जामिया मस्जिद में कबूतर मर गए हैं। फ्री कश्मिर नाम से फेसबुक पेज पर इस पोस्ट को शेयर किया गया है। साथ में दो फोटो लगाई गई हैं। इसमें लिखा है, "दुनिया के इतिहास में यह पहली बार है। भुखमरी के कारण जामिया मस्जिद श्रीनगर में कबूतरों की मौत हो गई है। लगातार कर्फ्यू के 46 वें दिन लोगों के जीवन को पंगु बना दिया है। साथ ही जंगली पक्षियों के लिए भी भोजन की कमी पैदा कर दी। दुनिया ने तथाकथित भारतीय लोकतंत्र के काले और दोहरे चेहरे को देखा है। पोस्ट को 906 बार शेयर और 521 से ज्यादा बार लाइक किया गया है। ट्विटर पर भी इस पोस्ट को शेयर किया जा रहा है।

वायरल न्यूज का सच क्या है?
वायरल न्यूज की पड़ताल के लिए फोटो को रिवर्स इमेज कर सर्च किया गया, जिसके बाद गूगल पर जो पहला लिंक मिला, उसके मुताबिक वायरल तस्वीर श्रीनगर की है, जिसे 7 फरवरी 2012 की है। 

- इससे जुड़ी एक और तस्वीर मिली। इसके मुताबिक 2 जुलाई 2011 को फ्लिकर पर इंग्लैंड के फोटोग्राफर क्रैना हन्नाह द्वारा अपलोड की गई थी। तस्वीर के साथ लिका है कि यह ब्रिटेन के मैनचेस्टर के पास एक पुराने मिल में मृत कबूतरों के झुंड की है। 

निष्कर्ष
यूनाइटेड किंगडम के मैनचेस्टर में मृत कबूतरों की 8 साल पुरानी फोटो को एक झूठे दावे के साथ साझा किया जा रहा है। इस फोटो का श्रीनगर के जामिया मस्जिद से कोई संबंध नहीं है।