सार
इन दिनों बाजारों में असली नकली का खेल खूब चल रहा है। असली चीज की कॉपी बनाकर धड़ल्ले से बेची जा रही है, जो हमारी सेहत पर बुरा असर डाल रही है। ऐसे में हम आपको बताते हैं असली और नकली बासमती चावल में पहचान करने के तरीके।
फूड डेस्क : चावल हमारे भारतीय खाने का एक अहम हिस्सा है। लगभग हर मील में थोड़े से चावल जरूर बनाए जाते हैं और लोग इसे बड़े चाव से खाना पसंद भी करते हैं। लेकिन अगर हम कहें कि आपकी थाली में परोसा जा रहा चावल प्लास्टिक का बना हो सकता है, तो आप क्या कहेंगे? जी हां, इन दिनों मार्केट में नकली चीजों का कारोबार तेजी से पैर पसार रहा है। आपकी थाली में आने वाला चावल भी नकली हो सकता है, क्योंकि इन दिनों प्लास्टिक के चावल धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं और यह चावल सेहत के लिए बेहद हानिकारक भी हो सकते हैं। इससे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है। ऐसे में हम आपको बताते हैं कि असली और नकली चावल को आप कैसे पहचाने....
चीन में बनते हैं प्लास्टिक के चावल
हमारे पड़ोसी देश चीन में कई चीजों की बढ़िया कॉपी बनाई जाती है। चाहे वह प्लास्टिक के अंडे ही क्यों ना हो। अब इससे आगे बढ़ते हुए चीन में प्लास्टिक के चावल बनने लगे हैं, जो दिखने में बिल्कुल असली चावल की तरह लगते हैं। लेकिन इन्हें खाने के बाद पेट दर्द से लेकर कई गंभीर समस्या हो सकती है। ऐसे में हमें नकली चावल खाने से बचना चाहिए।
ऐसे करें असली बासमती चावल की पहचान
1. असली बासमती चावल की सबसे बड़ी पहचान होती है इसकी खुशबू। बासमती की खुशबू से हम समझ सकते हैं कि यह चावल असली है या नकली। असली बासमती चावल में भीनी सी खुशबू आती है, जबकि नकली चावल में कोई खुशबू नहीं होती है।
2. बासमती चावल को आप उसकी चमक से भी पहचान सकते हैं। यह पारदर्शी और चमकदार होता और जब से पकाया जाता है तो यह साइज में दोगुना हो जाता है, जबकि नकली चावल साइज में ज्यादा बढ़ता नहीं है और मटमैला सा होता है।
3. नकली चावल को पहचानने के लिए आप चावल के कुछ सैंपल ले लीजिए। अब थोड़ा सा चूना और पानी मिलाकर एक घोल तैयार कर लें। अब इस गोल में चावल को भिगोकर रख दें। कुछ समय बाद चावल का रंग अगर बदलता है तो समझ जाएं कि यह नकली चावल है।
4. थोड़े से चावल को आग में लगाकर देखें। अगर इसमें से अजीब सी प्लास्टिक के जलने जैसी गंध आए, तो समझ जाएं कि यह प्लास्टिक के चावल है। असली चावल जलकर काला हो जाता है।
5. चावलों को उबालने के बाद इसके बर्तन के ऊपरी हिस्से में मोटी सी परत नजर आने लगती है, तो समझ जाए की चावल में कुछ गड़बड़ है। यह नकली चावल को पहचानने की एक और तकनीक है।
6. नकली चावल को आप किसी गर्म चीज पर डालेंगे, तो तुरंत पिघलना शुरू कर देता है। जबकि असली चावल पिघलता नहीं है, बल्कि पकना शुरू कर देता है।
7. असली चावल एक या दो दिन बाद सड़ने लगता और इसमें से अजीब सी बदबू आने लगती है। जबकि अगर प्लास्टिक के चावल को 1-2 दिन बाहर रखेंगे भी तो इसमें से बदबू नहीं आएगी और यह जल्दी सड़ेगा भी नहीं।
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