सार
जापान में एक ऐसा डिश बनाया जाता है जो हेल्थ के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसे मौत से दूर रखने वाला सुपरफूड बताया जाता है। लेकिन सोयाबीन से बनने वाला यह डिश खाने में इतना बुरा लगता है कि लोग इसे देखते ही भाग जाते हैं। आइए जानते हैं इस डिश के बारे में और इसे कैसे बनाया जाता है।
फूड डेस्क. नाट्टो (Natto dish) जापान का ट्रेडिशनल डिश है। यहां के लोग इसे लंबे वक्त से सुपरफूड मानते आ रहे हैं। यह ब्लड फ्लो को ठीक रखता है और हार्ट अटैक के जोखिम को भी कम करता है। इतना ही नहीं कोविड 19 (Covid-19) को भी मात दे सकता है। इस खाने को लेकर कई बार स्टडी किए गए हैं। जापान के लोग जो इसे खाकर बड़े हुए हैं वो भी इसे खाना पसंद नहीं करते हैं। इसके पीछे वजह इसकी बदबू और बलगम जैसी चिपचिपाहट है।
'नट्टो' डिश में अमोनिया जैसी बदबू आती है। खाने में भी बेहद खराब लगता है। साल 2017 में इसे लेकर एक सर्वे हुआ था। जापानी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी निफ्टी ने इस डिश को लेकर सर्वे किया था। जिसमें पता चला कि 13 प्रतिशत लोग नट्टा खाना पसंद नहीं करते हैं, भले ही इसके कितने भी फायदे क्यों ना हो। वहीं 62 प्रतिशत लोग इसे चाव से खाते हैं। इसकी वजह इसमे छुपा सेहत का राज है।
हार्ट अटैक के जोखिम को करता है कम
इतना ही नहीं इस डिश को लेकर दावा भी किया जाता रहा है कि यह मौत को दूर रखता है। जापानी न्यूज़ साइट सोरान्यूज़ 24 ने दावा कर चुका है कि अगर रोजाना 'नट्टो'को खाया जाए तो मौत दूर रहती है। वहीं, कुछ वैज्ञानिक इस दावे से इत्तेफाक भी रखते हैं। शिराकावा ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में छपे एक स्टडी के मुताबिक टोक्यो के नेशनल कैंसर सेंटर के शोधकर्ताओं ने पाया कि जो पुरुष या महिला नट्टो को रोज खाते हैं उनमें हृदय आघात या दिल का दौरा पड़ने से मरने का जोखिम 10 फ़ीसदी कम हो गया।
नट्टो में क्या पाया जाता है
नट्टो फूड प्रोटीन, फाइबर, आयरन से भरपूर होता है। यह ब्लड प्रेशर और वजन को कंट्रोल करने में पॉजिटिव रोल निभाता है। इतना ही नहीं यह जवान दिखने में भी मदद करता है। इसके अलावा इसमें विटामिन K ,विटामिन B6 और विटामिन E की मात्रा भी भरपूर होती है। जो ऑस्टियोपोरोसिस और झुर्रियों को रोकने में मदद करती है।
कोविड से लड़ने में सक्षम
हाल ही में बायोकेमिकल एंड बायोफिजिकल रिसर्च कम्युनिकेशंस (Biochemical and Biophysical Research Communications) जर्नल में एक स्टडी प्रकाशित हुआ जिसमें शोधकर्ताओं ने पाया कि नट्टो से बना अर्क कोरोना वायरस की क्षमता को बाधित कर सकता है,जो कोशिकाओं को संक्रमित करने का कारण बनता है।
कैसे बनता है यह डिश
सबसे पहले नट्टो को बनाने के लिए सोयाबीन को भिगोया जाता है। इसके बाद पानी में उबाला जाता है। फिर इसमें बैसिलस सबटिलिस बैक्टीरिया मिलाया जाता था। इसके बाद इसे खरपतवार से लपेटकर चार दिनों तक छोड़ दिया जाता है। किण्वित होने के बाद इससे फूड तैयार किया जाता है।
नट्टो को सोया सॉस और तीखी चटनी के साथ बनाया जाता है। नट्टो अब सुपरमार्केट या किराना दुकान में मिल जाता है। जिसे घर लेकर आइए और सॉस ,चटनी डालकर पकाइए और चावल के साथ परोसिए। जापान में इसे सुबह के नाश्ते में ज्यादा खाया जाता है।
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