ये 5 आदतें बन सकती हैं हमारे दुर्भाग्य का कारण, आज ही छोड़ दें इन्हें
उज्जैन. आदतों का संबंध हमारे भविष्य और हमें प्राप्त होने वाले सुख-दुख से भी है। आदतें बता देती हैं कि हमारी सोच कैसी है और स्वभाव कैसा है। आदतों को व्यक्तित्व का दर्पण भी कहा जाता है। शास्त्रों में कुछ आदतें ऐसी बताई गई हैं जो गलत हैं और अशुभ फल देती हैं। यहां जानिए 5 गलत आदतें, जिन्हें छोड़ देना चाहिए…
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1. बाथरूम को गंदा ही छोड़ देना
यदि कोई व्यक्ति नहाने के बाद बाथरूम की सफाई नहीं करता है, उसे गंदा ही छोड़ देता है तो चंद्र ग्रह से अशुभ फल प्राप्त होते हैं। जल तत्व को चंद्र प्रभावित करता है। इसीलिए नहाने के बाद बाथरूम को गंदा नहीं छोड़ना चाहिए।
2. खाने के बाद जूठी थाली छोड़कर उठ जाना
खाना खाने के बाद जूठी थाली छोड़कर उठ जाना अच्छी आदत नहीं है। इस आदत के कारण कार्यों में स्थाई सफलता प्राप्त नहीं हो पाती है। खाना खाने के बाद जूठे बर्तनों को सही स्थान पर रखा जाए तो शनि और चंद्र के दोष दूर होते हैं। साथ ही, लक्ष्मी की प्रसन्नता भी मिलती हैं।
3. घर में जूते-चप्पल इधर-उधर फेंकना
घर में जूते-चप्पल इधर-उधर फेंक देना भी अच्छी आदत नहीं है। शास्त्रों के अनुसार, घर में अव्यवस्थित ढंग से रखे हुए जूते-चप्पलों से शत्रु भय बढ़ता है। इस आदत से मान-सम्मान में भी कमी आती है।
4. बिस्तर अव्यवस्थित रखना
घर में बिस्तर अव्यवस्थित रहते हैं, चादर गंदी रहती है तो यह अशुभ प्रभाव बढ़ाने वाली आदत है। जिन घरों में इस बात का ध्यान नहीं रखा जाता है, वहां रहने वाले लोगों की दिनचर्या भी अव्यवस्थित ही होती है। वे लोग कोई भी काम ठीक से नहीं कर पाते हैं। साथ ही, ये आदत स्वास्थ्य के लिए भी ठीक नहीं है।
5. जोर-जोर से बोलना
यदि किसी व्यक्ति की आदत जोर-जोर से बोलने की है तो उसे शनि के दोष का सामना करना पड़ता है। शनि ऐसे लोग से नाराज हो जाते हैं जो जोर-जोर से, चीख-चीखकर बात करते हैं। ऐसा करने पर अन्य लोगों को भी परेशानी होती है। बातचीत शांत होकर ही करनी चाहिए। साथ ही, व्यर्थ की बातों से बचना चाहिए।