- Home
- States
- Bihar
- बिहार चुनाव में पहली बार नहीं होंगे लालू,डेट फाइनल होते ही जेल से किए ट्टीट, लिखा-"उठो बिहारी करो तैयारी...
बिहार चुनाव में पहली बार नहीं होंगे लालू,डेट फाइनल होते ही जेल से किए ट्टीट, लिखा-"उठो बिहारी करो तैयारी...
पटना (Bihar) । निर्वाचन आयोग ने तीन चरण में बिहार विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा कर दी। जिसके बाद से राजनीतिक पार्टियों में हलचल तेज हो गई है। हर कोई अपनी सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त है। कांग्रेस कोरोना को लेकर जहां सवाल खड़ा कर रही है वही, रांची जेल में बंद लालू प्रसाद यादव भी अपने कार्यकर्ताओं का ट्टीट कर जोश भरते नजर आ रहे हैं। बता दें कि यह ऐसा पहला चुनाव होगा जब लालू बिहार में मौजूद नहीं होंगे।
| Published : Sep 25 2020, 05:52 PM IST / Updated: Sep 25 2020, 05:54 PM IST
- FB
- TW
- Linkdin
बताते चले कि बिहार विधानसभा चुनाव इस बार तीन चरणों में होगा। चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि 28 अक्टूबर को पहले चरण की वोटिंग होगी, जबकि 3 नवंबर को दूसरे चरण और 7 नवंबर को तीसरे चरण की वोटिंग होगी। इसके बाद 10 नवंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे। बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 29 नवम्बर को समाप्त होगा। अब आइये जानते हैं किस दल ने क्या कहा।
लालू प्रसाद यादव ने दोपहर बाद ट्वीट कर लिखा है-"उठो बिहारी करो तैयारी, जनता का शासन अबकी बारी"। उन्होंने आगे लिखा-बिहार में बदलाव होगा, अफसर राज खत्म होगा, अब जनता का राज होगा। ऐसे में साफ हो गया है वह जेल से ही पार्टी के नेताओं गाइड करते रहेंगे, जबकि इस बार चुनावी समर में आरजेडी की बागडोर तेजस्वी यादव और पार्टी के वरिष्ठ नेता संभालेंगे।
नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि हम बिहार के लोगों को आश्वासन देते हैं कि उन्हें इस सरकार से मुक्ति दिलाएंगे। इस चुनाव में जदयू कहीं नहीं है। हमारी सीधी टक्कर भाजपा से है।
भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि हम चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं। हमारे कार्यकर्ताओं 200 प्रतिशत तैयार है।
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि जब 70 देशों में चुनाव टाला जा सकता है तो बिहार में क्यों चुनाव कराया जा रहा है। कोरोना काल में चुनाव खतरे से खाली नहीं है। वहीं, कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि चुनाव का ऐलान हो गया है तो अब लड़ेंगे ही।
नीतीश सरकार में मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि एनडीए पहले से भी ज्यादा सीट लेकर सत्ता में लौटेगी। वहीं, रालोसपा के नेताओं कहना है कि कोरोना काल में संक्रमण से बचाव के साथ शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो जाए। हम पहले भी चुनाव का विरोध नहीं कर रहे थे।