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Bihar Board का सबसे बदनाम किस्सा : जब 101 फिल्मी गाने, तुलसीदास प्रणाम जैसे शब्द लिख टॉप कर गई थी वो लड़की
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सब्जेक्ट के नाम पता नहीं और बन गई टॉपर
साल 2016 में बिहार की शिक्षा व्यवस्था का तब खूब मजाक उड़ा, जब रूबी राय (Ruby Rai) नाम की छात्रा ने परीक्षा में टॉप किया था। हाजीपुर (Hajipur) की रहने वाली रूबी कुमारी ने आर्ट्स स्ट्रीम में टॉप किया था लेकिन जब उससे पूछताछ की गई तो उसे अपने सब्जेक्ट के नाम तक ठीक से याद नहीं थे। जब मामला सामने आया तो बोर्ड की तरफ से सफाई भी दी गई लेकिन तब तक किरकिरी हो चुकी थी। टॉपर रूबी से रिव्यू टेस्ट में कई सवाल पूछे गए तो पता चला कि उसने खुद अपनी कॉपी नहीं लिखी थी।
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पॉलिटिकल साइंस को प्रॉडिकल साइंस बताया
रिजल्ट सामने आने के बाद रूबी से जब मीडिया ने बातचीत की तो उसने पॉलिटिकल साइंस को प्रॉडिकल साइंस बताया था। तब सोशल मीडिया में 'प्रोडिकल साइंस' और 'प्रोडिकल साइंस गर्ल' शब्द ट्रेंड करने लगा था। पॉलिटिकल साइंस में 100 में 91 नंबर लाने वाली रूबी से जब पॉलिटिकल साइंस क्या है, पूछा गया था तो वो न केवल उसका जवाब नहीं दे पाई बल्कि इस विषय का उच्चारण भी सही से नहीं कर सकी।
तुलसीदासजी प्रणाम..संज्ञा का नहीं ज्ञान
रिव्यू टेस्ट में जब रूबी से सवाल किए गए तो उसने अजीबो-गरीब जवाब दिया। टॉपर के सामने 2016 की इंटर आर्ट्स एग्जाम का ही क्वेश्चन पेपर रखा गया। सवाल पूछा गया कि तुलसीदास कौन थे ? जिसके जवाब में रुबी ने कहा- तुलसीदासजी प्रणाम। संज्ञा किसे कहते हैं? रूबी का जवाब - मुझे संज्ञा की परिभाषा नहीं आती। होम साइंस में किस चीज की पढ़ाई होती है?, जवाब- इसमें खाना बनाने की पढ़ाई होती है। रूबी आगे कहती है कि यही सवाल मुझसे क्यों पूछ रहे हैं ? इसी सवाल पर बवाल हुआ था। भारत के मानचित्र में बिहार कहां है?, जवाब - हमको नहीं पता।
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सच्चाई सामने आई तो रूबी गिरफ्तार
जिसके बाद खूब बवाल मच गया। टॉपर लिस्ट पर सवाल उठता चला गया। इसके बाद रूबी को गिरफ्तार किया गया। रूबी की गिरफ्तारी 25 जून 2016 को बोर्ड ऑफिस से हुई थी। जांच के लिए SIT गठित हुई और परत दर परत मामला खुलता गया। जांच में यह बात सामने आई थी कि रूबी ने अपनी उत्तर पुस्तिकाओं में गाने लिखे थे, जिसे उसके कॉलेज के डायरेक्टर बच्चा राय के कहने पर बदल दिया गया था।
कॉपी में लिखे फिल्मी गाने और शायरी
SIT ने रूबी राय के किरतपुर स्थित घर से उसके होमवर्क की कापियां जब्त की। कापियों के पहले पन्ने पर ही खूब शायरी लिखी गई थी। 300 बार तुलसीदास जी का नाम भी लिखा हुआ था। कापी देखकर पता चला कि रूबी फिल्मों की भी शौकीन है। उसकी कापियों में 101 नए पुराने रोमांटिक फिल्मों के नाम भी लिखे हुए थे। कापी से यह लगता है कि उसे पहाड़ा भी नहीं आता। रूबी ने कई पेज पर पहाड़े की प्रैक्टिस की थी।
मुझे सेंकेंड डिवीजन ही पास करवा दो
टॉपर स्कैम में गिरफ्तारी के बाद जब SIT ने रूबी से पूछताछ शुरू की तो वह काफी इमोशनल हो गई थी। उसने कहा- साहब ! हम देहात की लड़की हैं। हमको नहीं पता हम कैसे टॉप कर गए। रूबी ने गुहार लगाई थी कि उसे कम से कम सेकेंड डिविजन से ही पास करवा दिया जाए। उसने कहा था कि उसे फर्स्ट डिविजन नहीं चाहिए। मैंने एग्जाम दिए थे। सेंटर पर रोज जाती थी।
कॉलेज के प्राचार्य ने बदली कॉपी
मामले की जांच के बाद कई सफेदपोश और बोर्ड के अधिकारियों पर गाज गिरी थी। रूबी ने स्वीकार किया था कि उसने अपनी उत्तर पत्रिका नहीं लिखी थी। उसने बताया कि उसके चाचा बच्चा राय जो बिशुनराय कॉलेज के प्राचार्य हैं, उन्होंने टॉप करा दिया। बच्चा राय रूबी के पापा के खास दोस्त हैं। इस मामले के मुख्य आरोपी और शिक्षा माफिया के रूप में चर्चा में आया बच्चा राय समेत कई लोगों को जेल की हवा खानी पड़ी। रुबी के पापा की भी गिरफ्तारी हुई। जो एक रिटायर फौजी हैं और उसकी मां हाउस वाइफ।
जेल के बाद बदल गई दिनचर्या
गिरफ्तारी के बाद रूबी को 15 दिनों तक पर्यवेक्षण गृह में रखा गया था। वहां से निकलते ही उसने अपने गांव के करीब ही सराय के एक अंग्रेजी कोचिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन ले लिया था। बताया जाता है कि उसके बाद उसकी दिनचर्या काफी बदल गई थी। वह इंग्लिश-हिंदी न्यूजपेपर पढ़ती। दोनों भाषाओं को सीखती। परिवार ने भी उसके बाद से ही मीडिया से पूरी दूरी बना रखी।