बिहार में नदी के बांध टूटे, बाढ़ का पानी घरों में घुसा, डूबने से 9 लोगों की मौत
पटना (Bihar)। उत्तर बिहार के जिलों में बाढ़ से स्थिति भयावह हो गई है। नदियों में उफान से सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। खबर है कि बाढ़ के पानी में डूबने से नौ लोगों की मौत हो गई है। उधर, आंधी के कारण कई घर और पेड़ धराशाई हो गए हैं। पश्चिम चंपारण में गंडक का जलस्तर 4.40 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया है। उधर, कोसी भी उफान पर है।
| Published : Jul 22 2020, 05:15 PM IST / Updated: Jul 22 2020, 05:20 PM IST
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उत्तर बिहार में बाढ़ के पानी में डूबने से नौ लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में पूर्वी चंपारण के तीन, पश्चिम चंपारण और समस्तीपुर के दो-दो एवं मधुबनी व शिवहर के एक-एक लोग शामिल हैं।
पश्चिम चंपारण में गंडक का जलस्तर 4.40 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया है। प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है। निचले इलाके खाली कराए जा रहे हैं। वाल्मीकिनगर एयरपोर्ट के रन-वे पर बाढ़ का पानी बह रहा है। एसएसबी बीओपी भी जलमग्न है।
पश्चिमी चंपारण के सिकटा प्रखंड के भेडि़हारी व बसंतपुर गांव के पास त्रिवेणी नहर का दक्षिणी तटबंध टूट गया, जिससे कई गांवों में पानी घुस गया है।
सीतामढ़ी के भिट्ठा मोड़ के पास एनएच-104 पर बाढ़ का पानी बह रहा है। शिवहर में एनएच-104 और एसएच-54 पर पानी भर गया है। इससे आवागमन ठप हो गया है।
पूर्वी चंपारण में सुगौली में बूढ़ी गंडक नदी का रिंग बांध भी टूट गया है। इससे सुगौली शहरी क्षेत्र व कई गांवों में पानी फैल गया है। लालबकेया में उफान से गुआबारी तटबंध पर दबाव बढ़ गया है। अरेराज में लोगों ने चंपारण तटबंध को टूटने से बचा लिया।
समस्तीपुर और दरभंगा में बाढ़ की स्थिति विकराल हो गई है। मुजफ्फरपुर के औराई में छह स्थानों पर लखनदेई का तटबंध टूट गया है। लखनदेई नदी का जर्जर तटबंध रामखेतारी से धसना तक आधा दर्जन जगहों पर टूट चुका है।