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लॉकडाउन में जिंदगी-मौत के बीच थी मरीज, घरवाले चाहकर भी नहीं दे सके खून; फरिश्ता बने पुलिसवाले
| Published : Apr 05 2020, 11:44 AM IST / Updated: Apr 05 2020, 12:38 PM IST
लॉकडाउन में जिंदगी-मौत के बीच थी मरीज, घरवाले चाहकर भी नहीं दे सके खून; फरिश्ता बने पुलिसवाले
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डॉक्टरों ने मरीज को सात यूनिट ब्लड चढ़ाने को कहा था। सात यूनिट ब्लड की व्यवस्था के लिए सुमन के साथ हॉस्पिटल आए अवधेश कुमार बुरी तरह से परेशान थे। लेकिन पैसे न होने की वजह से उन्हें ब्लड नहीं मिल रहा था और कोई ब्लड डोनर भी नजर नहीं आ रहा था।
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ऐसी स्थिति में बिहार पुलिस के चार जवान सुमन की जिंदगी बचाने के लिए फरिश्ता बनकर आए। भागलपुर के बबरगंज थानेदार समेत चार पुलिसवालों ने ब्लड डोनेट कर सुमन देवी की जान बचाई। (फाइल फोटो)
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सुमन के परिजन लॉकडाउन के कारण खून देने नहीं आ सके थे। ऐसी स्थिति में बबरगंज थानेदार पवन कुमार सिंह, सिपाही बबलू, शिव शंकर और नीरज ने 4 यूनिट खून महिला को डोनेट किया। (प्रतीकात्मक फोटो)
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थानेदार के मुताबिक, शनिवार को सिटी एसपी के नेतृत्व में शीतला स्थान चौक पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। तभी एक व्यक्ति आया और कहा कि उसके परिजन का ऑपरेशन होना है, नहीं तो जान चली जाएगी। (प्रतीकात्मक फोटो)
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पुलिस की इस पहल की अस्पताल में भर्ती लोग सराहना करते दिखे। मरीज के परिजन ने भी पुलिस के जवानों को धन्यवाद कहा। ब्लड डोनेट करने के बाद थानेदार ने बताया कि लोग अपने घरों में रहे और लॉक डाउन का पालन करे। बाकी पुलिस सभी जरूरतों को पूरा करने का प्रयास कर रही है। (प्रतीकात्मक फोटो)
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पुलिस की इस पहल की अस्पताल में भर्ती लोग सराहना करते दिखे। मरीज के परिजन ने भी पुलिस के जवानों को धन्यवाद कहा। ब्लड डोनेट करने के बाद थानेदार ने बताया कि लोग अपने घरों में रहे और लॉक डाउन का पालन करे। बाकी पुलिस सभी जरूरतों को पूरा करने का प्रयास कर रही है। (फाइल फोटो)