लड़की का आरोप, रात में बुलाता था विधायक, राज खुलने पर 9 महीने से है फरार
आरा (Ara ) । राष्ट्रीय जनता दल के विधायक अरुण यादव पर शिकंजा कसता जा रहा है। अब पटना स्थित उनकी संपत्ति कुर्क करने की तैयारी है। बता दें कि नाबालिग से रेप कांड में फंसे विधायक पर पॉक्सो एक्ट के तहत 19 जुलाई 2019 को आरा टाउन थाना में केस दर्ज हुआ था। नाबालिग लड़की ने अपने बयान में आरोप लगाते हुए कहा था कि राजद विधायक रात में उसे अपने पास बुलाते थे। इसके 9 माह से विधायक फरार चल रहे हैं। फिर, 16 सितंबर को अनुसंधानकर्ता के आवेदन पर आरा स्थित पॉक्सो कोर्ट ने आरोपी विधायक अरुण यादव के खिलाफ इश्तहार वारंट जारी करने का आदेश दिया था।
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जुलाई 2019 में आरा की रहने वाली पीड़ित लड़की के बयान के बाद से भोजपुर पुलिस ने पटना में चल रहे बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा किया था। इसमें राजनेताओं की मिलीभगत जाहिर हुई थी।
8 जुलाई 2019 को नाबालिग पीड़ित लड़की ने 164 के तहत दर्ज कराए गए अपने बयान में कहा था कि लड़कियों को आरा की एक इंजीनियर के आवास पर और होटलों में ले जाया जाता था।
6 सितंबर 2019 को नाबालिग पीड़ित ने 164 के दोबारा बयान में आरोप लगाते हुए विधायक अरुण यादव का नाम लिया था और सेक्स रैकेट में उनकी संलिप्तता उजागर की थी।
नाबालिग लड़की ने आरोप लगाते हुए कहा था कि राजद विधायक रात में उसे अपने पास बुलाते थे। इसके बाद से ही विधायक भूमिगत हो गए थे। फिर, 16 सितंबर को अनुसंधानकर्ता के आवेदन पर आरा स्थित पॉक्सो कोर्ट ने आरोपी विधायक अरुण यादव के खिलाफ इश्तहार वारंट जारी करने का आदेश दिया था।
मामले में आरा टाउन थाना की पुलिस ने सेक्स रैकेट की संचालिका अनीता, दलाल संजीत और इंजीनियर अमरेश के अलावा सेक्स रैकेट के संचालक संजय यादव उर्फ जीजा को जेल भेज दिया है।
सीआईडी भी अलग से इस केस की तफ्तीश कर रही है। बता दें कि अनुसंधान में विधायक समेत चार का नाम आया था। इसमें केवल विधायक अरुण यादव ही हैं जो 9 महीने से फरार चल रहे हैं।
विधायक के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई चल रही है। अचल संपत्ति से संबंधित ब्योरा प्राप्त किया गया है। पाटलिपुत्र कॉलोनी पटना में करीब साढ़े तीन कट्ठा जमीन का पता चला है। यह जमीन विधायक के नाम पर है, इसका सरकारी मूल्य करीब तीन करोड़ 71 लाख रुपये आंका गया है।