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जब 21 की उम्र में बिना शादी के ही मां बन गई थीं Raveena Tandon तो लोग कहने लगे थे ऐसी-ऐसी बातें
मुंबई. 90 के दशक की एक्ट्रेस रवीना टंडन आज भले ही बड़े पर्दे से दूर हैं, लेकिन उन्हें छोटे पर पर्दे पर रियलिटी शोज में अक्सर हिस्सा बनते हुए देखा जाता है। रवीना आज फिल्मों से दूर अपने परिवार और बच्चों की देखभाल में बिजी रहती हैं। लेकिन इससे पहले वो फिल्मों के साथ-साथ अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी चर्चा में रही हैं। एक्ट्रेस उस वक्त सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी जब उन्होंने बिना शादी के ही 21 साल की उम्र में पहली बार मां बनने का फैसला लिया। जबकि, इस उम्र में हर कोई अपने करियर पर फोकस करता है। उनके इस फैसले ने सभी को शॉक्ड कर दिया था और लोग उन्हें तरह-तरह की बातें कहने लगे थे। आइए जानते हैं रवीना की उस कहानी के बारे में...
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रवीना टंडन ने 1991 में सलमान खान के अपोजिट फिल्म 'पत्थर के फूल' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। मूवी हिट भी हुई और एक्ट्रेस सुपरहिट। इसके बाद उन्होंने 1994 में 'मोहरा', 'दिलवाले' और 'लाडला' जैसी फिल्मों में काम किया और स्टारडम को अपने नाम कर लिया। इसी साल एक्ट्रेस ने मां बनने का फैसला किया और 1995 में उन्होंने इसे पूरा भी किया।
रवीना जब पहली बार मां बनीं तो उनकी उम्र महज 21 साल थी और उनकी शादी नहीं हुई थी। दरअसल, एक्ट्रेस ने पूजा और छाया नाम की दो बच्चियों को गोद लिया था। साल 1995 में जब रवीना ने दोनों बच्चियों को आधिकारिक रूप से गोद लिया, तब पूजा 11 साल की थीं और छाया 8 साल की। दोनों रवीना के कजिन की बेटियां हैं, जिनका निधन हो चुका है।
बेटियों को गोद लेने के बाद 2004 तक रवीना ने सिंगल मदर के रूप में ही दोनों बेटियों की परवरिश की। 2004 में रवीना ने बिजनसमैन और डिस्ट्रिब्यूटर अनिल थडानी से शादी। एक बेटी राशा को 2005 में और एक बेटे को रणबीरवर्धन को 2008 में जन्म दिया। इस तरह रवीना तीन बेटियों और एक बेटे को मिलाकर 4 बच्चों की मां हैं।
रवीना आज नानी भी बन चुकी हैं और उनकी बेटी छाया एयरहोस्टेस हैं, जबकि पूजा एक इवेंट मैनेजर। पूजा मां बन चुकी हैं और इसी तरह से रवीना 46 साल की उम्र में एक नानी। पूजा और छाया को गोद लेने का फैसला रवीना का था। रवीना बताती हैं कि अपने इस फैसले पर विचार उन्होंने 1994 में तभी शुरू कर दिया था, जब उनकी फिल्म 'मोहरा' रिलीज नहीं हुई थी। उन्होंने बताया था कि वो और उनकी मां अक्सर वीकेंड पर आशा सदन जाते थे।
'आशा सदन एक अनाथालय है। जब उनके कजिन की डेथ हुई तो उन्होंने पाया कि बच्चियों के गार्जियन उनका ठीक से खयाल नहीं रख रहे थे। वो दोनों को अपने साथ घर ले आईं। उन्होंने तब ज्यादा नहीं सोचा। यह नैचुरली था। वो पूजा और छाया को वो जिंदगी देना चाहती थीं, जो उनका हक है। वो कोई करोड़पति नहीं थीं, लेकिन उन्हें इतना पता था कि रवीना इन बच्चियों को बेहतर भविष्य दे सकती हैं।'
रवीना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 'बहुत से लोगों ने तब नेगेटिव बातें की थीं। लोग कहते थे कि 'न जाने तब क्या होगा, जब उनकी शादी होगी।' लोग कहते थे कि 'कोई उनसे शादी नहीं करेगा क्योंकि उनके साथ ये दोनों बेटियां उनके पार्टनर के लिए बोझ की तरह हो जाएंगी।' लेकिन, एक्ट्रेस ने किसी की नहीं सुनी। उन्हें खुशी है कि उनके पति अनिल थडानी और ससुराल वालों ने भी पूजा और छाया को उतना ही प्यार दिया है, जितना वो उनसे करती हैं।'
इसके अलावा रवीना ने कहा था कि 'उनके घर में आज वह सबकुछ है, जिससे एक खुशहाल घर बनता है। आपसी समझ, प्यार और एक-दूसरे के लिए सम्मान।' रवीना ने ये भी कहा था कि 'पूजा, छाया, राशी और रणबीरवर्धन में बहुत प्यार है। आज दोनों बेटियों की शादी हो गई है और वो नानी भी बन गई हैं। दोनों अपने-अपने परिवार के साथ हैं। लेकिन, समय के साथ उनका रिश्ता और गहरा हुआ है।'