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जोरदार मुनाफा हासिल करना हो तो यहां कर सकते हैं निवेश, फ्यूचर प्लानिंग के लिए भी है बेहतर
बिजनेस डेस्क। भारत में गोल्ड को लेकर लोगों में काफी ज्यादा आकर्षण देखने को मिलता है। निवेश के लिए भी गोल्ड को बेहतर ऑप्शन माना गया है। हाल के दिनों में सोना और चांदी की कीमतों में काफी उछाल आया है। बीच में इसकी कीमतों में मामूली उतार देखा गया था, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोना-चांदी में निवेश करना फिलहाल फायदे का सौदा बना रहेगा, क्योंकि इसकी कीमतों में उछाल आएगी। एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि निवेश के मामले में इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि सारा पैसा एक जगह नहीं लगाएं। आजकल काफी लोग म्यूचुअल फंड, शेयर बाजार या ऐसे ही किसी जोखिम वाले ऑप्शन में ज्यादा पैसा लगा देते हैं। बेहतर रिटर्न के लिए जरूरी है कि पैसे के निवेश में डायवर्सिफिकेशन पर ध्यान दिया जाए। यानी अलग-अलग स्कीम में निवेश किया जाए। इस लिहाज से गोल्ड में निवेश टिकाऊ होता है।
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मंदी में निवेश का बेहतर ऑप्शन
एक्सपर्ट्स का मानना है कि जब भी कोई संकट आता है और बाजार में मंदी छा जाती है, तो उस समय गोल्ड में निवेश ज्यादा बेहतर ऑप्शन होता है। फिलहाल, कोरोनावायरस महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था मंदी की शिकार है। ऐसे में, गोल्ड में निवेश करना हर लिहाज से बेहतर साबित हो सकता है।
निवेश में विविधता
गोल्ड में निवेश करने से निवेश पोर्टफोलियो में विविधता आती है। एक अच्छा निवेश पोर्टफोलियो उसे माना जाता है, जिसमें कई जगहों पर पैसा लगाया गया हो। इससे लाभ की गुंजाइश भी हमेशा बनी रहती है। गोल्ड निवेश का एक खास जरिया है और इसकी रियल वैल्यू में कभी कमी नहीं आ सकती। इसलिए आम तौर पर एक्पर्ट्स 15-20 फीसदी पैसा गोल्ड में जरूर निवेश करने की सलाह देते हैं।
गोल्ड में निवेश है सुरक्षित
कहा गया है किसी भी संकट के समय सोने की चमक और भी बढ़ती है। फिलहाल, कोरोना जैसे विश्वव्यापी संकट के दौर में निवेशक इक्विटी से पैसा निकाल कर गोल्ड में निवेश कर रहे हैं, जिससे इसकी कीमतों में इजाफा हुआ है। ऐतिहासिक रूप से भी यह देखा गया है कि हर संकट के समय में गोल्ड में निवेश ने बेहतर फरफॉर्मेंस किया।
फ्यूचर प्लानिंग के लिए बेहतर
गोल्ड भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। खास कर शादी-विवाह और दूसरे कई शुभ अवसरों पर इसकी अहमियत बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। लोग आने वाली पीढ़ियों के लिए सोना जरूर बचा कर रखते हैं। लड़कियों की शादी के लिए पहले से ही सोने की जूलरी बनवा कर रखी जाती है। सोना संकट के समय सबसे ज्यादा काम आने वाली चीज है। इसलिए बच्चों के बेहतर भविष्य को ध्यान में रखते हुए भी गोल्ड में कुछ निवेश जरूर करना चाहिए।
महंगाई से बचाव
जब महंगाई बढ़ती है, तो दूसरे एसेट्स ज्यादा काम नहीं आते। वहीं, कई योजनाओं में निवेश पर रिटर्न भी कम हो जाता है। लेकिन ऐसे संकट में भी गोल्ड के साथ इस तरह की कोई समस्या नहीं पैदा होती। गोल्ड एक ऐसी कमोडिटी है, जिसकी रियल वैल्यू पर महंगाई का कोई खास असर नहीं होता। इसे महंगाई के खिलाफ एक सुरक्षा कवच माना गया है।
बिना जोखिम वाला निवेश
गोल्ड में निवेश करने में किसी तरह का कोई जोखिम नहीं है। आज गोल्ड में निवेश के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स और गोल्ड ईटीएफ जैसे ऑप्शन मौजूद हैं। इन्हें आसानी से ऑनलाइन खरीदा और बेचा जा सकता है। ये फिजिकल गोल्ड के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित हैं और इनमें धोखाधड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है।
कहां तक जा सकते हैं गोल्ड के दाम
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले 12 से 18 महीने के बीच गोल्ड के दाम 55000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकते हैं। ऐसे, अगर कीमतों में गिरावट भी रहती है तो 44200 रुपए तक सपोर्ट रह सकता है। अगस्त महीने के लिए गोल्ड फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स लगभग 48,900 रुपए पर कारोबार कर रहा है।