समोसे पर पूछे गए सवाल का जवाब देकर ये बन गए थे IAS, जाना चाहते थे आर्मी में
कड़ी मेहनत और लगन से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। आज हम स्वास्थ्य विभाग की आयुष शाखा में तैनात विशेष सचिव IAS राजकमल यादव की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं। राजकमल यादव 2013 बैच के IAS अफसर हैं
| Published : Feb 03 2020, 04:27 PM IST / Updated: Feb 03 2020, 04:51 PM IST
समोसे पर पूछे गए सवाल का जवाब देकर ये बन गए थे IAS, जाना चाहते थे आर्मी में
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कड़ी मेहनत और लगन से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। आज हम स्वास्थ्य विभाग की आयुष शाखा में तैनात विशेष सचिव IAS राजकमल यादव की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं। राजकमल यादव 2013 बैच के IAS अफसर हैं। इसके पहले यह विशेष सचिव सचिवालय प्रशासन विभाग में तैनात थे। राजकमल यादव अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हैं। उनका कहना है कि पिता जी से ही उन्हें हमेशा प्रेरणा मिली जिसकी बदौलत वह आज IAS हैं।
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IAS राजकमल यादव मूलतः यूपी के फिरोजाबाद के रहने वाले हैं। उनका जन्म 28 दिसम्बर 1986 को फिरोजाबाद जनपद के शिकोहाबाद में हुआ। क्लास 6 तक की एजुकेशन गांव में ही हुई। जिसके बाद आगे की स्टडीज के लिए लखनऊ के सैनिक स्कूल में एडमिशन लिया। इनके पिता कमल किशोर यादव ग्रामीण बैंक में जॉब करते थे। आर्मी स्कूल में पढ़ने के कारण वह 7वीं क्लास से ही वे घर से दूर हो गए।
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राजकमल यादव बताते हैं कि सैनिक स्कूल में शुरू से ही देशभक्ति पर आधारित तमाम कल्चरल प्रोग्राम होते रहते थे। वहां का माहौल कुछ इस तरह का था कि मन में शुरू से ही आर्मी में जाने का सपना पाल लिया। जब मै UPSC का इंटरव्यू देने गया तो इंटरव्यू के दौरान मुझसे पूछा गया कि आर्मी स्कूल में पढ़े हो तो आर्मी में क्यों नहीं गए। मैंने जवाब दिया था कि आईएएस और आर्मी में से किसी एक को चुनने के लिए कहा जाए तो मैं आर्मी ही सिलेक्ट करूंगा। इस जवाब पर उन्होंने मेरी पीठ थप-थपाई थी।
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राजकमल दो भाइयों में बड़े है। उनकी पत्नी ज्योत्स्ना भी पीसीएस अधिकारी हैं। इस समय वह भी लखनऊ में राजस्व विभाग में तैनात हैं। राजकमल यादव क्रिकेट के बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। उन्हें बॉडी बिल्डिंग का भी शौक है। वह रोज सुबह घंटो जिम में पसीना बहाते हैं।
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IAS राजकमल ने चेन्नई में वेटेरनरी साइंस से ग्रेजुएशन किया है। वो बताते हैं, "मैंने ग्रेजुएशन के दौरान ही आईएएस की तैयारी शुरू कर दी थी। कॉलेज से आने के बाद मैं सिलेबस की पढ़ाई के साथ ही जीएस व सिविल सर्विस से रिलेटेड अन्य सब्जेक्ट्स पढ़ता था। प्रिपरेशन के लिए मैंने कभी किसी एक्सपर्ट या कोचिंग का सहारा नहीं लिया।"
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राजकमल बताते हैं "मैंने वेटेरनरी साइंस से ग्रेजुएशन किया है, इसलिए UPSC के इंटरव्यू में मुझसे बीमारियों के बारे में पूछा जा रहा था। सामने बैठे एक सर समोसा खा रहे थे। मुझसे पूछा गया कि पेट संबंधी बीमारियों के कुछ रीजन बताइए। मैंने जवाब दिया कि जो समोसा आप खा रहे हैं, सबसे अधिक पेट की बीमारियां ऐसे ही चीजें खाने से होती हैं। इस पर सभी ठहाका मारकर हंस पड़े। उन्होंने मुझसे कहा कि आप भी खाओ, तो मैंने कहा- मैं बीमारियां नहीं खा सकता।"