MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • Career
  • Education
  • बेटी पैदा हुई है...सुनते ही उछल पड़ती है ये डॉक्टर, फीस नहीं मांगती बल्कि बांटती हैं मिठाइयां

बेटी पैदा हुई है...सुनते ही उछल पड़ती है ये डॉक्टर, फीस नहीं मांगती बल्कि बांटती हैं मिठाइयां

वाराणसी. हम आज भी उस समाज में रहते हैं जहां बेटा और बेटियों में भेदभाव किया जाता है। अगर किसी के घर बेटा पैदा होता है तो लोगों खूब खुशियां मनाते हैं । वहीं अगर बेटी पैदा होती है तो मानो घर में कुछ हुआ ही न हो। हालांकि अब समाज में धीरे धीरे ही सही, पर परिवर्तन आ रहा है। लेकिन अभी भी हम देखें तो देश के कई इलाकों में लिंग अनुपात में लड़कियों की संख्या लड़कों से कम है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी महिला डॉक्टर के बारे में बताने जा रहे है जो बेटियों और बेटों में भेदभाव करने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब दे रही हैं। इनके नर्सिंग होम में अगर कोई बेटी जन्म लेती है तो ये एक रूपया फीस नहीं लेती बल्कि उल्टे पूरे नर्सिंग होम में मिठाईयां बंटवाती है। 

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : Apr 11 2020, 08:50 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
16
इनका नाम है डॉ. शिप्रा धर। बीएचयू से एमबीबीएस और एमडी कर चुकीं शिप्रा धर वाराणसी में नर्सिंग होम चलाती हैं। शिपरा के इस काम में उनके पति डॉ. एमके श्रीवास्तव भी उनका बखूबी साथ देते हैं।
26
कन्या भ्रूण हत्या को रोकने और लड़कियों के जन्म को बढ़ाना देने के लिए ये दोनों डॉक्टर दंपति तन मन से लगे हुए हैं। वे बच्ची के जन्म पर परिवार में फैली मायूसी को दूर करने के लिए नायाब मुहीम चला रहे हैं। इसके तहत उनके नर्सिंग होम में यदि कोई महिला बच्ची को जन्म देती है, तो उससे कोई डिलिवरी चार्ज नहीं लिया जाता। इसकी जगह लोगों के बीच मिठाईयां बांटी जाती है।
36
कई बार तो ऐसा होता है कि बच्ची के जन्म पर गरीबी के कारण कई लोग तो रोने भी लगते हैं। ऐसे में डॉ. शिप्रा कहती हैं कि मैं इसीलिए फीस और बेड चार्ज नहीं लेती ताकि अबोध शिशु को लोग खुशी से अपनाएं।
46
शिप्रा वाराणसी के पहाड़िया के अशोक नगर इलाके में काशी मेडिकेयर के नाम से नर्सिंग होम चलाती हैं। जहां बेटी पैदा होने पर बिना पैसे के जज्जा-बच्चा दोनों का इलाज होता है। चाहे सिजेरियन डिलिवरी ही क्यों न हुई हो।
56
जब वाराणसी दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डॉक्टर शिप्रा के बारे में पता चला तो वो काफी प्रभावित हुए थे । पीएम ने बाद में मंच से अपने संबोधन में देश के सभी डॉक्टरों से आह्वान किया था कि वे हर महीने की नौ तारीख को जन्म लेने वाली बच्चियों के लिये कोई फीस ना लें।
66
बच्चों और परिवारों को कुपोषण से बचाने के लिए डॉ. शिप्रा धर अनाज बैंक भी संचालित करती हैं। वे अति निर्धन विधवा और असहाय 38 परिवारों को हर माह की पहली तारीख को अनाज उपलब्धत कराती हैं। इसमें प्रत्येक को 10 किग्रा गेहूं और 5 किग्रा चावल दिया जाता है। उनकी इस मुहिम में अब शहर के अन्य चिकित्सक भी जुड़ने लगे हैं।

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved