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बिना लाखों की कोचिंग लिए पहली बार में IAS बना ये शख्स, UPSC प्रीलिम्स वाले कैंडिडेट्स पढ़ लें पूरी स्ट्रेटजी
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मंदार न तो हमेशा से एक ब्रिलिएंट स्टूडेंट थे, न ही उन्होंने यूपीएससी के लिए कोई कोचिंग ली और इस सब के बावजूद न उन्हें परीक्षा पास करने में कई अटेम्प्ट्स देने पड़े। मंदार ने अपने पहले ही प्रयास में 22वीं रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा पास की है। एक साक्षात्कार में बात करते हुए मंदार कहते हैं कि सबसे पहले तो यूपीएससी परीक्षा को लेकर जो मिथ्स हैं उनसे बाहर निकलिए। जैसे आपका एजुकेशनल बैकग्राउंड अच्छा रहा है तो ही आप सफल होंगे, आप अगर साइंस स्ट्रीम के हैं तो ही सफलता के चांसेस ज्यादा हैं और भी न जाने क्या–क्या? मंदार कहते हैं ऐसा कुछ नहीं है।
यूपीएससी में यह सब मैटर नहीं करता बल्कि यह मैटर करता है कि आपके अंदर मेहनत करने का जज्बा है या नहीं, आप अपने गोल को लेकर कितने डेडिकेटेड हैं। अगर आप में ये सब क्वालिटीज हैं तो फिर कोई आपको सफल होने से नहीं रोक सकता। पढ़िए मंदार की स्ट्रेटजी।
ऐसे बनाए पावरफुल प्लान –
मंदार ने प्लान बनाकर पढ़ाई की। इस स्ट्रेटजी को फॉलो करके आप यूपीएससी के सिलेबस को कवर कर सकते हैं। मंदार ने एक मैक्रो और एक माइक्रो, दो तरह के प्लान्स बनाए थे। मैक्रो में महीने के हिसाब से यानी दूर के प्लान होते थे और माइक्रो में हफ्ते या दिन के प्लान होते थे। एक इंटरव्यू में बात करते हुए मंदार कहते हैं कि सबसे पहले जरूरी है सही गाइडेंस और सही रिर्सोस का चुनाव। उसके बाद ही तैयारी शुरू करें।
मंदार की तैयारी का मूल मंत्र है लिमिटेड रिसोर्स और मल्टीपल रिवीजन। वे बहुत किताबें पढ़ने में यकीन नहीं करते बल्कि जो पढ़ा है उसे ही बार-बार रिवाइज करने की सलाह देते हैं। मंदार कहते हैं कि पहले तो सिलेबस के हिसाब से किताबें खत्म करें और जहां जरूरी लगे नोट्स बनाते चलें। उसके बाद मॉक टेस्ट दें ताकि जान पाएं कि कहां कमी है और उसे कैसे सुधारा जा सकता है।
अगर उनकी किताबों की बात करें तो उन्होंने कोई खास किताब या सोर्स नहीं चुना था। यूपीएससी के लिए जो कुछ प्रसिद्ध राइटर्स की बुक्स हैं मंदार ने उन्हीं से तैयारी की थी। जैसे एनसीईआरटी की किताबें, करेंट अफेयर्स के लिए न्यूज पेपर आदि। इसके अलावा ऑनलाइन वीडियोज देखकर जो विषय समझ नहीं आ रहा उसे क्लियर किया जा सकता है, ऐसा मंदार का मानना है। वे इससे क्रिस्प नोट्स भी बनाते थे जो बाद में आसानी से रिवाइज किए जा सकें। इन्हीं नोट्स को उन्होंने परीक्षा के एक महीने पहले जमकर रिवाइज किया।
निबंध और एथिक्स को न करें इग्नोर –
मंदार कहते हैं कि अक्सर कैंडिडेट्स इन दोनों विषयों पर कम ध्यान देते हैं या सोचते हैं कि ये तो हो ही जाएंगे। दरअसल यह माइंडसेट बहुत गलत है। इन पेपरों को भी भरपूर तैयार करें क्योंकि आपकी रैंक बनाने में इनका अहम रोल होता है। मंदार ने ऐस्से के लिए मॉडल टेस्ट पेपर सॉल्व किए थे। वे इसमें केस स्टडी और एग्जाम्पल्स कोट करने की सलाह भी देते हैं।
अंत में मंदार यही एडवाइज देते हैं कि सबकुछ प्लान करके चलिए ताकि बिल्कुल समय खराब न हो, परीक्षा को लार्जर देन लाइफ न मानिए। अपनी तरफ से पूरा प्रयास करिए पर इसका बहुत स्ट्रेस लेने की जरूरत नहीं है। पढ़ाई के बीच में ब्रेक लेते रहिए और यूपीएससी को लेकर कही गई किसी बात पर आंख मूंदकर भरोसा न कीजिए। आपका बैकग्राउंड कैसा रहा है या आप पढ़ने में कैसे हैं कुछ मैटर नहीं करता। जिस दिन आप कड़ी मेहनत के लिए खुद को तैयार कर लेते हैं रास्ते खुद ब खुद खुलते जाते हैं।
भविष्य के सभी यूपीएससी कैंडिडेट्स को शुभकामनाएं!