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मजेदार किस्सा: 1 वजह के चलते डिस्ट्रीब्यूटर्स नहीं चाहते थे 'डॉन' नाम से रिलीज हो अमिताभ बच्चन की फिल्म
मुंबई. अमिताभ बच्चन ( Amitabh Bachchan), जीनत अमान (Zeenat Aman) और प्राण (Pran)की फिल्म डॉन (Film Don) की रिलीज को 43 साल पूरे हो गए है। यह फिल्म 12 मई, 1978 को रिलीज हुई थी। फिल्म के डायरेक्टर चंद्रा बरोट (Chandra Barot) और प्रोड्यूसर नरीमन ईरानी (Nariman Irani) थे। आपको जानकर हैरानी होगी उस जमाने में यह फिल्म महज 7 लाख रुपए के बजट में तैयार हुई थी और बॉक्सऑफिस पर फिल्म ने 7 करोड़ रुपए की कमाई की थी। फिल्म 43 साल पूरे होने के मौके पर आपको इससे जुड़ा एक मजेदार किस्सा सुनाने जा रहे हैं। कम ही लोग जानते हैं कि इस फिल्म की रिलीज से पहले इसके नाम डॉन को लेकर मेकर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स के बीच काफी गहमा-गहमी हो गई थी। डिस्ट्रीब्यूटर्स फिल्म के नाम से सहमत नहीं थे और मेकर्स नाम बदलना नहीं चाहते थे।
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शायद कम ही लोग जानते है कि फिल्म डॉन के साथ अमिताभ बच्चन 2-3 फिल्मों की और शूटिंग कर रहे थे और उनके लिए सभी को मैनेज करना काफी मुश्किल होता था।
आपको बता दें कि फिल्म के डायलॉग, एक्शन सीन और गाने की वजह से यह ब्लॉकबस्टर साबित हुई। फिल्म ने उस वक्त कई रिकॉर्ड तोड़े लेकिन जब इसकी कहानी उस वक्त के कई सुपरस्टार्स को सुनाई गई तो उन्होंने यह फिल्म करने से मना कर दिया था। फिल्म के डायरेक्टर चंद्रा बरोट ने एक इंटरव्यू में बताया था कि डॉन की कहानी धर्मेंद्र, जितेंद्र और देव आनंद को सुनाई गई थी लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया।
1978 में रिलीज हुई फिल्म डॉन ने बॉक्स आफिस पर कामयाबी के झंडे गाड़ दिए थे। लेकिन फिल्म रिलीज होने के लिए मेकर्स को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। अमिताभ बच्चन ने फिल्म से जुड़ा किस्सा कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर शेयर किया था।
अमिताभ बच्चन अपने ब्लॉग में लिखा था कि फिल्म के नाम को लेकर डिस्ट्रीब्यूटर्स सहमत नहीं थे। दरअसल, उस वक्त पर डॉन नाम की अंडरवियर काफी पॉपुलर हुई थी। मीडिया रिपोटर्स के अनुसार डिस्ट्रीब्यूटर्स नाम की वजह से फिल्म नहीं चलने से डर रहे थे। वह घाटा बर्दाश्त नहीं करना चाहते थे। इसीलिए मेकर्स के साथ नाम बदलने को लेकर चर्चा हुई थी।
उन्होंने बताया था- उस दौरान हॉलीवुड फिल्म द गॉडफादर रिलीज हुई थी, जो क्राइम और अंडरवर्ल्ड पर बेस्ड थी। फिल्म को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था। फिल्म डॉन भी अंडरवर्ल्ड की कहानी से ही जुड़ी थी। डायरेक्टर और प्रोड्यसर इस बात पर अड़े रहे थे कि फिल्म चलेगी। इसलिए फिल्म का नाम नहीं बदला गया।
फिल्म का एक गाना खईके पान बनारस वाला.. काफी फेमस हुआ था। इस गाने के लिए अमिताभ बच्चन को 30-40 पान खाने पड़े थे। गाने में अमिताभ कई जगह लंगड़ाते हुए नजर वे लावारिस फिल्म की शूटिंग में भी व्यस्त थे। और इंजेक्शन लगवाकर उन्होंने इस गाने की शूटिंग पूरी की थी।
आपको बता दें कि डॉन फिल्म पूरी होने के बाद ये गाना फिल्म में जोड़ा गया था। पहले यह गाना देव आनंद की फिल्म बनारसी बाबू के लिए था। लेकिन बाद में देव आनंद ने इस गाने को फिल्म से हटवा दिया।
अमिताभ बच्चन ने फिल्म में अंडरवर्ल्ड बॉस 'डॉन' और उसके हमशक्ल 'विजय' का डबल रोल प्ले किया था। मुंबई पुलिस के डीसीपी डी सिल्वा, विजय से डॉन का रूप लेने को कहते हैं, जिससे वो पुलिस के मुखबिर के रूप में काम कर सकें, साथ ही डॉन के आपराधिक नेटवर्क का भंडाफोड़ करने में पुलिस की मदद कर सकें। डॉन की कहानी सलीम-जावेद की जोड़ी ने लिखी थी। वहीं कल्याणजी-आनंदजी ने फिल्म का संगीत दिया था जबकि इसके गीत अंजान और इंदीवर ने लिखे थे।