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दिव्या भारती को हमेशा सताती थी एक बात, शोहरत दौलत सब मिली लेकिन किस्मत को कुछ और ही था मंजूर
| Published : Feb 25 2020, 11:40 AM IST / Updated: Mar 02 2020, 09:55 AM IST
दिव्या भारती को हमेशा सताती थी एक बात, शोहरत दौलत सब मिली लेकिन किस्मत को कुछ और ही था मंजूर
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दिव्या भारती ने फिल्ममेकर साजिद नाडियाडवाला से शादी की थी। 1990 में जब गोविंदा और दिव्या फिल्मसिटी में 'शोला और शबनम' की शूटिंग कर रहे थे, तभी साजिद अपने दोस्त गोविंदा से मिलने सेट पर गए थे। गोविंदा ने ही दोनों को पहली बार मिलवाया था। फिर देखते ही देखते रोजाना साजिद सेट पर आने लगे और इनका प्यार परवान चढ़ा।
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एक इंटरव्यू में साजिद ने बताया था, "15 जनवरी, 1992 को दिव्या ने शादी करने की डिमांड की। वह अपना नाम दूसरे को-स्टार से लिंक किए जाने पर बेहद परेशान थीं। इन सभी अफवाहों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए वह शादी करना चाहती थीं।"
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20 मई, 1992 को हेयर ड्रेसर संध्या और उनके पति की मौजूदगी में दिव्या-साजिद की शादी हुई थी। साजिद के वर्सोवा स्थित तुलसी अपार्टमेंट में काजी ने इनका निकाह पढ़ा। दिव्या ने इस्लाम कबूला और अपना नाम बदलकर सना रख लिया।
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साजिद ने एक इंटरव्यू में बताया था, "हमने शादी की बात छिपाए रखी, क्योंकि दिव्या का करियर दांव पर लगा था। यह बात बाहर निकलती तो प्रोड्यूसर डर जाते। इससे उलट मुझे लगता था कि हमें यह बात जगजाहिर करनी थी। दिव्या हमेशा से अपनी शादी की बात सबको बताना चाहती थी। लेकिन मैं उन्हें बार-बार मना करता था।"
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जिस दिन (5 अप्रैल) दिव्या की डेथ हुई, उसी दिन उन्होंने अपने लिए एक नए अपार्टमेंट की डील साइन की थी। वो चेन्नई से एक फिल्म की शूटिंग करके लौटी थीं और उन्हें अगले शूट के लिए हैदराबाद रवाना होना था। हालांकि नए अपार्टमेंट की डील के लिए उन्होंने हैदराबाद वाले शूट को पोस्टपोन कर दिया था। उस दिन दिव्या के पैर में चोट लगी थी, जिसके बारे में उन्होंने अपने डायरेक्टर को भी बताया था।
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शूटिंग कैंसिल करने के बाद दिव्या के पास डिजाइनर फ्रेंड नीता लुल्ला का फोन आया और उन्होंने नीता के साथ मिलकर अपनी अगली फिल्म के कॉस्ट्यूम को फाइनल करने के लिए नीता को बुला लिया। नीता के साथ उनके पति डॉ. श्याम लुल्ला भी दिव्या के वर्सोवा वाले फ्लैट पर पहुंचे थे।
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नीता और उनके हसबैंड करीब 10 बजे दिव्या के फ्लैट पर पहुंचे थे। तीनों लिविंग रूम में ही बातें करते रहे और शराब पीते रहे। इस दौरान दिव्या की मेड अमृता भी वहां मौजूद थी। बातचीत के बीच में अमृता किचन में चली गईं और दिव्या खिड़की की तरफ मुड़ गईं। इस दौरान नीता अपने पति के साथ लिविंग रूम में ही एक वीडियो देख रही थीं। बिल्डिंग की दूसरी खिड़कियों की तरह इस खिड़की में कोई ग्रिल नहीं लगी थी। खिड़की के नीचे पार्किंग एरिया था, लेकिन उस दिन वहां कोई गाड़ी नहीं थी। कुछ देर के लिए दिव्या उस खुली खिड़की पर ही बैठ गईं, लेकिन जैसे ही वो वापसी के लिए मुड़ीं उनका बैलेंस बिगड़ गया। खिड़की का फ्रेम पकड़ने के चक्कर में वो फिसल गईं और सीधे 5 मंजिल से नीचे कंक्रीट के फर्श पर जा गिरीं।
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बिल्डिंग से गिरने के बाद दिव्या खून में लथपथ पड़ी थीं, लेकिन उनकी सांसें चल रही थीं। हॉस्पिटल ले जाते वक्त उनकी हालत तेजी से बिगड़ी। आखिरकार, उन्होंने कूपर हॉस्पिटल (मुंबई) के इमरजेंसी वॉर्ड में आखिरी सांसें लीं।
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दिव्या की मौत के बाद ऐसी खबरें मीडिया में आई थी कि उनकी हत्या की गई है। ये भी कहा गया था कि उनकी मौत के पीछे अंडरवर्ल्ड का हाथ था। इस घटना की वर्सोवा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर जेजी जाधव में तहकीकात की थी। लेकिन फिर भी असली वजह सामने नहीं आ पाई। यहीं कहा गया कि बिल्डिंग से गिरकर ही उनकी मौत हुई थी। वहीं, कूपर अस्पताल के डॉ. त्रिपाठी ने दिव्या के डेथ सर्टिफिकेट पर साइन किए थे।