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असम बाढ़ में रियल बाहुबली ने जान पर खेलकर बचाया हिरन का बच्चा? कुछ और है इन वायरल तस्वीरों का सच
फैक्ट चेक डेस्क. Assam Flood Real Bahubali saving Fawn Fact Check: असम कोरोना वायरस और बाढ़ की दोहरी समस्या से जूझ रहा है। राज्य के 24 जिलों के 2,400 से अधिक गांव अब तक बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। इसके चलते 80 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इसी से जोड़कर कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जिनमें एक लड़का बाढ़ के पानी में से हिरण के बच्चे को बचाने की कोशिश कर रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स इस लड़के की तुलना मशहूर फिल्म “बाहुबली” के काल्पनिक कैरेक्टर “बाहुबली” और “शिवगामी” से कर रहे हैं।
फैक्ट चेक में जानते हैं इसका सच-
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बच्चे की तस्वीरें वाकई दिल पिघला देने वाली हैं। वो गहरे पानी में जाकर अपनी जान को खतरे में डाल हिरन के बच्चों को बचा ले आता है। ये हूबहू ब्लॉकबस्टर साउथ फिल्म बाहुबली का सुपरहिट सीन जैसा दिख रहा है। पर लोग तस्वीर को लेकर जो दावे कर रहे हैं उनपर कुछ लोगों ने शक जताया और सच्चाई सामने आ गई।
वायरल पोस्ट क्या है?
कर्नाटक कांग्रेस के नेता “Rakshith Shivaram ” ने भी इन तस्वीरों को शेयर करते हुए अंग्रेजी में कैप्शन लिखा, जिसका हिंदी अनुवाद कुछ इस तरह होगा: असम का असली “बाहुबली” जिसने हिरण के बच्चे को डूबने से बचाया।
क्या दावा किया जा रहा है?
दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीरें असम की हैं। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि लड़का लगभग पूरा पानी में डूबा हुआ है, लेकिन डरे हुए हिरण के बच्चे को बाहर निकाल रहा है। ये तस्वीरें इसी दावे के साथ ट्विटर और फेसबुक पर वायरल हो रही हैं।
फैक्ट चेक
जांड पड़ताल में हमने पाया कि वायरल पोस्ट के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. ये तस्वीरें असम में आई मौजूदा बाढ़ की नहीं, बल्कि 2014 में बांग्लादेश में आई बाढ़ की हैं। हालांकि, रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें “डेली मेल ” की रिपोर्ट मिली, जो फरवरी, 2014 में छपी थी। यह खबर बांग्लादेश में बाढ़ के बारे में है।
इसमें इसी तरह की एक तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है जिसमें एक लड़का हिरण के बच्चे को बाढ़ के पानी से बचा रहा है। खबर के मुताबिक, यह घटना बांग्लादेश के नोआखली जिले की है।
बाढ़ के दौरान हिरण का बच्चा अपने झुंड से बिछड़ गया था। बिलाल नाम के एक लड़के ने उसे असहाय हालत में देखा तो अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर उसे बढ़ते पानी से बाहर निकाल लाया। “डेली मेल” के मुताबिक, ये तस्वीरें वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर हसीबुल वहाब ने खींची थीं। उस समय वे नोआखली के दौरे पर थे। बाद में “कैटर्स न्यूज एजेंसी” ने इसे प्रसारित किया था।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब ये तस्वीरें गलत दावे के साथ वायरल हुई हों।
2016 में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को बाढ़ पर एक रिपोर्ट सौंपी थी। उस रिपोर्ट में इन्हीं तस्वीरों में से एक का इस्तेमाल करते हुए उसे असम बाढ़ का बताया गया था। इस बारे में हमें 2016 में प्रकाशित एक रिपोर्ट भी मिली।
ये निकला नतीजा
इस तरह साफ है कि बाढ़ के पानी से डूबते हुए हिरण के बच्चे को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाले लड़के की तस्वीरें असम की नहीं हैं। ये तस्वीरें छह साल पुरानी हैं और बांग्लादेश की हैं। हालांकि असम में बीते कुछ दिनों में भयंकर बाढ़ आपदा आई है। सैकड़ों घर तबाह हो गए।