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Fact ChecK: बिहार के कोविड अस्पताल में बाढ़ और गंदगी का अंबार? जानें वायरल हुई इस तस्वीर का सच
फैक्ट चेक: Bihar Flood Covid Hospital Fact Check: बिहार (Bihar) इस समय कोविड-19 (Covid 19) और बाढ़ (Bihar Flood) के दोहरे संकट से जूझ रहा है। कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते केस को रोकने के लिए 16 जुलाई से राज्य में 16 दिनों का लॉकडाउन (Lockdown) लागू किया किया गया है। दूसरी ओर, राज्य में एक दर्जन से ज्यादा जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसी बीच सोशल मीडिया (Social Media) पर अस्पताल के एक वार्ड की तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में देखा जा सकता है कि वार्ड में दो तरफ मरीजों के बिस्तर लगे हैं, जिनपर मरीज बैठे हुए हैं और पूरे वार्ड के फर्श पर पानी भरा हुआ है। तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि इस स्थिति में बिहार में कोविड-19 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
फैक्ट चेक (Fact Check News in Hindi) में आइए जानते हैं कि आखिर सच क्या है?
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बिहार में आई भयंकर बाढ़ के कारण सैकड़ों गांव डूब गए हैं और राज्य के कई हिस्सों में आने जाने के लिए लोग नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं अस्पताल को लेकर ये दावा काफी ज्यादा चर्चा में है।
वायरल पोस्ट क्या है?
वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए इसके साथ कैप्शन में लिखा गया है, “माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी से विनम्र अनुरोध है कि बिहार की बिगड़ती चिकित्सा सुविधाओं को लेकर हस्तक्षेप करें, जहां बिना इलाज के कोरोना मरीजों की मौतें हो रही हैं। दूसरे राज्यों की तुलना में बिहार की टेस्टिंग संख्या भी बहुत कम है।”
क्या दावा किया जा रहा है?
यह तस्वीर इसी तरह के दावे के साथ ट्विटर पर वायरल हो रही है। लोग बिहार के एक कोविड अस्पताल में पानी भर जाने का दावा करके ये तस्वीर शेयर कर रहे हैं।
फैक्ट चेक
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमने पाया कि “The Rahnuma Daily” नाम की एक न्यूज वेबसाइट पर यही तस्वीर एक खबर में इस्तेमाल की गई है। इस खबर में बताया गया है कि कैसे हैदराबाद के ऐतिहासिक उस्मानिया जनरल अस्पताल में बारिश और जल निकासी का पानी भर गया।
इस खबर में तस्वीर के साथ न्यूज एजेंसी आईएएनएस को क्रेडिट दिया गया है. साथ में कैप्शन में लिखा है, “हैदराबाद के ऐतिहासिक उस्मानिया अस्पताल में भरा पानी।” हमने पाया कि न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने 15 जुलाई को यह तस्वीर ट्वीट की थी।
खबरों के मुताबिक, भारी बारिश के बाद उस्मानिया जनरल अस्पताल के आईसीयू समेत छह वार्डों में सीवेज का पानी भर गया। उस्मानिया अस्पताल को कोविड-19 की जांच और इलाज का सेंटर बनाया गया है। हालांकि, यह भी सही है कि इन दिनों बिहार के कई इलाकों में बाढ़ की वजह से गंभीर स्थिति है। न्यूज एजेंसी ANI ने हाल ही में बिहार के मुजफ्फरपुर में बाढ़ की कुछ तस्वीरें ट्वीट की थीं।
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, बिहार के सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए हैं और राज्य के कई हिस्सों में आने जाने के लिए लोग नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके अलावा, बिहार उन राज्यों में है, जहां कोरोना के केस काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना की जांच करने के मामले में बिहार 19 राज्यों में सबसे निचले पायदान पर है।
ये निकला नतीजा
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ो के हवाले से एक अन्य रिपोर्ट कहती है कि बिहार उन राज्यों में से एक है, जिनमें ज्यादा केस आने के बावजूद जांच में वृद्धि बमुश्किल देखी गई। पड़ताल से साफ है कि बिहार इस समय कोरोना वायरस के साथ बाढ़ की भी समस्या से जूझ रहा है, लेकिन पानी भरे अस्पताल की वायरल तस्वीर बिहार की नहीं, बल्कि हैदराबाद की है। हाल में बिहार में 264 करोड़ का एक पुल एक महीने में ही धाराशयी हो गया था।