- Home
- Fact Check News
- न UPSC परीक्षा न कोई इंटरव्यू फिर कैसे IAS बनी ओम बिड़ला की बेटी? FAKE CHECK में जानिए इस दावे का सच
न UPSC परीक्षा न कोई इंटरव्यू फिर कैसे IAS बनी ओम बिड़ला की बेटी? FAKE CHECK में जानिए इस दावे का सच
फैक्ट चेक डेस्क. बीते दिनों संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा 2019 की 'समेकित आरक्षित सूची (Consolidated Reserve List)' जारी की थी। इसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि बिड़ला का भी नाम शामिल है। मीडिया में अंजली बड़ला के IAS बनने की खबरें खूब छपीं। इसके बाद से अब सोशल मीडिया पर अंजली बिड़ला के अफसर बनने पर सवाल उठ रहे हैं। यूजर्स का दावा है कि बिना UPSC सिविल सेवा परीक्षा और इंटरव्यू दिए पहली ही कोशिश में अंजली कैसे अफसर बन गई हैं? लोगों ने उनकी इस उपलब्धि पर सवाल उठाते हुए उन्हें अध्यक्ष की बेटी होने का सौभाग्य मिलने पर तंज किया है। देश हर साल लाखों बच्चे यूपीएससी की तैयारी करते हैं ऐसे में एक नेता की बेटी बिना परीक्षा दिए अफसर बन जाए ये अपने आप में बड़ा मुद्दा है। क्या वाकई ऐसा हुआ है?
- FB
- TW
- Linkdin
क्या आयोग ने बिना परीक्षा और इंटरव्यू लिए अंजली बिड़ला को IAS बना दिया? ऐसे कई सवाल उठते हैं। फैक्ट चेक में आइए जानते हैं कि आखिर सच क्या है?
वायरल पोस्ट क्या है?
“लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला की बेटी पहले प्रयास में बनी IAS न कोई एग्जाम न कोई इंटरव्यू। बस एक सवाल आपके पिताजी क्या करते है? 90 seat जो बैकडोर इंट्री के लिये रखा गया था रुझान आने लगा है। इसे कहते है सत्ता का नशा” कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसी दावे के साथ फेसबुक पर फोटो और पोस्ट शेयर की।
फैक्ट चेक
हमने दावे की पड़ताल करने के लिए सबसे पहले यूपीएससी (UPSC) की आधिकारिक वेबसाइट पर सर्च किया। आयोग ने 4 जनवरी 2021 को एक अधिसूचना जारी की थी, जिसमें 'समेकित आरक्षित सूची (Consolidated Reserve List)' के तहत अंजलि बिड़ला का नाम चयनित कैंडिडेट्स में शामिल था।
दूसरी सबसे बड़ी पड़ताल ये थी कि क्या अंजली बिड़ला ने यूपीएससी की प्रीलिम्स परीक्षा दी थी। सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवार को प्रारंभिक परीक्षा देनी अनिवार्य है, फिर सिविल सेवा मुख्य देनी होती है और फिर अंत में यूपीएससी परीक्षा को पास करने के लिए पर्सनैलिटी टेस्ट से गुजरना पड़ता है। इसकी जांच करने हमने आरक्षित सूची से अंजली बिड़ला के रोल नंबर को आयोग की वेबसाइट पर सरच् किया। हमने UPSC प्रारंभिक परीक्षा 2019 के परिणाम सूची में रोल नंबर '0851876' को अंकित पाया।
फिर हमने यूपीएससी मुख्य परीक्षा 2019 के परिणाम सूची में इस रोल नंबर की तलाश की और पाया कि उन्होंने इस परीक्षा को भी पास किया था। इस सूची से पता चला कि बिड़ला ने प्रारंभिक परीक्षा को पास की थी। ऐसे में ये दावा गलत साबित होता है कि अंजली बिड़ला बिना परीक्षा के अफसर बनी हैं।
फाइनल सबूत की बात करें तो अंजली बिड़ला ने इस फर्जी दावे को खारिज करने द क्विंट मीडिया के साथ अपना एडमिट कार्ड साझा किया। ये अंजली का सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा 2019 का एडमिट कार्ड है। दरअसल यूपीएससी द्वारा जारी नोटिफिकेशन में 2019 बैच के लिए 927 रिक्तियां थीं। लेकिन जब अंतिम परिणाम सामने आए, तो उन्होंने केवल 829 रिक्त पदों को भरा था। इसलिए, अगस्त 2020 की सूची में अंजली का नाम नहीं था क्योंकि वह जनरल कैटेगरी की कट ऑफ में मात्र 8 अंक से रह गई थीं। अब जनवरी 2021 में UPSC दावार जारी की गई अधिसूचना में कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) ने अधिक रिक्तियों को भरने के लिए कहा जिसके अंतर्गत अंजली बिड़ला को चयनित किया गया है।
ये निकला नतीजा
पड़ताल से ये साफ है कि अंजली बिड़ला बिना परीक्षा के पास होकर अफसर नहीं बनी हैं। सोशल मीडिया पर वायरल दावा फर्जी है।