नेहरू की मौत कैसे हुई थी? झूठी और उससे बढ़कर घिनौनी है ये अफवाह, कभी न करें यकीन
फैक्ट चेक डेस्क: Pt. Jawaharlal Nehru Died By STD Fact Check: देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू अपने विचारों और चिल्ड्रन डे के तौर पर अपना जन्मदिन मनाने के लिए लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे। हालांकि आज के समय में नेहरू सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में रहते हैं। नेहरू को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया पर सैकड़ों तस्वीरें और दावे वायरल होते रहे हैं। सोशल मीडिया पर पंडित नेहरू की महिलाओं के साथ तस्वीरें काफी वायरल होती हैं। इसके अलावा उनकी मौत को लेकर भी कई आपत्तिजनक दावे वायरल हुए हैं। इसमें एक दावा है कि नेहरू को नेहरू की मौत किसी सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिज़ीज़ (STD) से हुई थी।
फैक्ट चेक में आइए जानते हैं कि इस दावे की सच्चाई क्या है?
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जवाहर लाल नेहरू देश के इकलौते ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिनके चर्चे देश-विदेश में काफी रहे हैं। उन्हें देश की जनता का भरपूर प्यार मिला। हालांकि सोशल मीडिया पर उनके बारे में सैकड़ों चौंका देने वाली बातें मिल जाती हैं। आइए जानते हैं उनकी मौत को लेकर क्या कहानी है?
वायरल पोस्ट क्या है?
नेहरू के खिलाफ इतना ज्यादा झूठ फैलाया गया है कि आप नेहरू के बारे में पढ़ने के लिए गूगल पर जाइए आधी से ज्यादा चीजें फर्जी मिलेंगी, नेहरू अय्याश थे। लड़कीबाज थे। इनमें से एक किस्सा नेहरू की मौत का भी है। कहते हैं कि नेहरू की मौत किसी सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिज़ीज़ (STD) से हुई। माने सेक्स करने के दौरान ट्रांसफर हुई बीमारी के कारण। सोशल मीडिया पर ऐसे सैकड़ों पोस्ट और न्यूज मिल जाएंगी। youtube पर ऐसे सैकड़ों वीडियो मौजूद हैं।
क्या दावा किया गया?
कई वेबसाइट पर ऐसा लिख दिया गया है – नेहरू को अलग-अलग लड़कियों के साथ सेक्स करने का शौक था। वो बहुत सारी औरतों के साथ सोते थे, इसी वजह से उनको एक भयानक STD हो गया और वो मर गए। कुछ लोगों ने कोरा पर यहां तक लिख दिया है कि नेहरू की इस बीमारी के बारे में उनकी पत्नी ने अपनी डायरी में भी लिखा है। यूट्यूब पर आपको ऐसे वेरिफाइड चैनल मिल जाएंगे जो जिनमें यही सब कहा गया है। ऐसे एक वीडियो को जब हमने देखा, तब उसे 56 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका था, यानी ये अफवाह खूब फैली है, लेकिन ये असलियत नहीं है।
फैक्ट चेक
नेहरू की सेहत 1962 के बाद लगातार गिरी थी। उस साल चीन ने भारत पर हमला किया था। नेहरू इसे विश्वासघात मानते थे। ये भी कहा जाता है कि चीन के हाथों मिली जबरदस्त हार ने उन्हें काफी तोड़ दिया था। 1963 का साल नेहरू ने इलाज के लिए कश्मीर में बिताया। इसीलिए कुछ दिन उन्होंने देहरादून में भी बिताए। मई 1964 में वो देहरादून से दिल्ली लौटे। 26 मई की रात नेहरू जब सोए, तो उनकी तबीयत ठीक थी।
अगली सुबह 6.30 बजे नेहरू ने बाथरूम से लौट कर पीठ में दर्द की शिकायत की. डॉक्टर बुलाए गए। उन्होंने नेहरू से बात भी की। लेकिन तभी नेहरू बेहोश हो गए। बेहोशी की हालत में ही उन्होंने प्राण त्याग दिए। लोकसभा 27 मई, 1964 के दोपहर 2 बजे ऐलान किया गया कि 74 साल के नेहरू नहीं रहे, कारण बताया गया हार्ट अटैक। दुनिया का कोई ऐसा बड़ा अखबार नहीं था, जिसने नेहरू की मौत को रिपोर्ट न किया हो, लेकिन किसी भी अखबार में डॉक्टरों का ये बयान नहीं मिलता है जिसमें मौत का कारण सिफलिस या कोई और STD बताया गया है।
दूसरे दावे का सच-
दूसरा दावा है कि नेहरू की पत्नी की डायरी में सब दर्ज था। हालांकि सच ये है कि, कमला नेहरू का देहांत नेहरू की मौत से दशकों पहले हो गया था। तो नेहरू की मौत को लेकर जो कहानी गढ़ी गई है, वो बिल्कुल झूठी है। मनगढ़ंत, बेबुनियाद।
ये निकला नतीजा
पूर्व प्रधानमंत्री के नाम वायरल की गई जानकारी और दावे पूरी तरह फर्जी थे। उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी। नेहरू की मौत के दिन आधी दुनिया मान बैठी थी कि भारत अब टूट जाएगा। कई टुकड़ों में बिखर जाएगा। उस वक्त हिंदुस्तान में नेहरू के सिवा कोई और शख्स नहीं था, जिसकी काबिलियत पर दुनिया को इतना यकीन हो। नेहरू का नाम भरोसे का दूसरा नाम था। तो जब वो नहीं रहे, तब दुनिया को भारत से भी कोई उम्मीद नहीं रही।
नेहरू के जीते-जी उनका कद बहुत बड़ा था। अब भी है। शायद इसीलिए नेहरू को बदनाम करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी गई।
महिलाओं के साथ नेहरू की वायरल तस्वीरों को लेक भी कई फर्जी दावे हुए हैं।
इस तस्वीर में पूर्व प्रधानमंत्री एक महिला को गले लगाते नजर आ रहे हैं। तस्वीर के साथ काफी भद्दे कमेंट्स और दावे किए जाते हैं। सोशल मीडिया पर ये तस्वीर नेहरू की आपत्तिजनक हरकतों को कहकर वायरल की जाती है।
सच क्या है? यह फोटो भी पंडित नेहरू की बहन विजयलक्ष्मी पंडित का है। हमें इसकी पुष्टि द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक आर्टिकल से हुई। इस तस्वीर में पूर्व पीएम अपनी बहन को गले लगाकर खुशी जाहिर कर रहे हैं।