- Home
- Fact Check News
- Fact Check: किसान आंदोलन में ‘बिना मूंछ वाले सरदार’ की तस्वीर वायरल, यहां जानें पूरा मामला
Fact Check: किसान आंदोलन में ‘बिना मूंछ वाले सरदार’ की तस्वीर वायरल, यहां जानें पूरा मामला
फैक्ट चेक डेस्क. Sardar Without Mustache in Kisaan Protest: कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग के साथ किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। किसान दिल्ली में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं जिससे जुड़ी फोटोज जमकर वायरल हैं। इसी बीच किसानों के नाम सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार भी हो रहा है। ऐसी ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल हो रही है, जिसमें एक किसान को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है यह व्यक्ति मुस्लिम है, जो सिख किसान का वेश-भूषा धारण कर आंदोलन में शामिल हुआ है, क्योंकि तस्वीर में सिर्फ उसकी दाढ़ी नजर आ रही है लेकिन मूछें नहीं। फैक्ट चेक में आइए जानते हैं कि आखिर सच क्या है?
| Published : Dec 04 2020, 05:11 PM IST / Updated: Dec 04 2020, 05:25 PM IST
- FB
- TW
- Linkdin
ट्विटर और फेसबुक पर अनगिनत यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल पोस्ट क्या है?
ट्विटर यूजर ‘Manjeet Bagga’ ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, ”इन सरदार जी की मूछें कहाँ गईं।”
एक अन्य यूजर ‘Vishal Gupta’ ने तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, ”बिना मूछें वाला सरदार वो भी किसान देखा है क्या किसी ने?”
फैक्ट चेक
गूगल रिवर्स इमेज सर्च किए जाने पर हमें इस तस्वीर का ऑरिजिनल सोर्स नहीं मिला। लेकिन सोशल मीडिया सर्च में हमें एक वीडियो लिंक मिला। ‘हिंदुस्तान लाइव फरहान याहिया’ नाम के पेज से 29 नवम्बर, 2020 को किया गया लाइव है। इस फ़ेसबुक लाइव में कई बार उस बुज़ुर्ग व्यक्ति को देखा जा सकता है। इसमें साफ़ तौर पर उनकी मूंछें दिख रही है।
पड़ताल
इस वीडियो को लाइव करने वाले पत्रकार फरहान याहया ने मीडिया को बताया, ‘मैंने सिंधू बॉर्डर जाने के दौरान बुराड़ी निरंकारी समागम ग्राउंड के पास किसानों के जत्थे को देखा। मैंने उनसे बातचीत के लिए आग्रह किया और वह मान गए। इसके बाद फिर हमने लाइव किया। वहां मौजूद सभी किसान थे और वह कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने के लिए वहां आए थे। उन्होंने कहा, ‘कई लोग इस तस्वीर को तब्लीगी जमात की संलिप्तता का बताकर साझा कर रहे हैं, जो गलत है। मैंने जिन लोगों से लाइव वीडियो के दौरान बात की, वह सभी किसान थे।’
यानी सोशल मीडिया पर किया जा रहा ये दावा ग़लत है और वायरल हुई तस्वीर एडिटेड है। हमने इस वीडियो में 7 मिनट 29 सेकंड पर उस बुज़ुर्ग की स्क्रीनग्रैब की तुलना वायरल हो रही तस्वीर से की है. इसे नीचे देखा जा सकता है।
ये निकला नतीजा
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच बिना मूछ वाले सरदार के दावे के साथ वायरल हो रही पोस्ट फर्जी है, जिसे सांप्रदायिक नजरिए से दुष्प्रचार की मंशा के तहत फैलाया जा रहा है। ऑरिजिनल तस्वीर में सिख किसान की मूछों को साफ-साफ देखा जा सकता है, जिसे वायरल तस्वीर में एडिट कर छिपा दिया गया है।