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अब नीता अंबानी ने लाउडस्पीकर्स वाली अज़ान को बताया बेसुरा? हैरान कर देगी वायरल TWEET की सच्चाई
नई दिल्ली. रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। उनके नाम से किए गए विवादित ट्वीट्स भी अक्सर चर्चा में रहते हैं। ना सिर्फ़ ट्विटर पर बल्कि फ़ेसबुक पर भी इन ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट काफ़ी वायरल होते हैं। अक्सर साम्प्रदायिकता के रंग में रंगे ये ट्वीट्स अंबानी के नाम पर किये जाते हैं। इस बार नीता अंबानी के नाम से जिस ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है इसमें अज़ान की आवाज पर सवाल उठाए गए हैं। अंबानी के नाम पर अज़ान को टारगेट करता ये ट्वीट ऐसे समय पर वायरल हो रहा है जब की हाल ही में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने लाउडस्पीकर्स से अज़ान ना चलाने के आदेश दिए है। इन ट्वीट्स को सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है। पर क्या वाकई ये बयान नीता अंबानी ने खुद दिया है या इस मामले में कोई झोल है?
ट्वीट्स की पड़ताल करने हमने इसकी फैक्ट चेकिंग तो सारी सच्चाई सामने आ गई-
- FB
- TW
- Linkdin
इससे पहले भी नीता अंबानी के नाम कई सारे विवादित बयान चर्चा में रहे हैं। उनके नाम से बनाए गए कई सारे फर्जी अकाउंट्स भी बंद करवाए गए हैं। अब लॉकडाउन के बीच एक बार फिर अंबानी चर्चा में आ गई हैं।
वायरल पोस्ट क्या है?
वायरल ट्वीट में मेसैज कुछ इस प्रकार है: एक कौम 52 सेकंड का राष्ट्र गान नहीं सुन सकती...। और वो चाहते हैं की हम दिन भर में 5 बार 3 मिनट तक उनकी बेसुरी आवाज को सुनें वो भी माइक पर।
क्या दावा किया जा रहा है?
दावा किया जा रहा है अंबानी अज़ान पर सवाल उठा रही हैं और ये सांप्रदायिक बयान उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर दिया है। इससे पहले इस बात पर आप भरोसा कर लें हम आपको इसकी सच्चाई बता रहे हैं।
फ़ैक्ट चेक
इस ट्वीट की तर्ज पर " नीता अंबानी ", " ट्विटर " जैसे शब्दों को कीवर्ड सर्च करने पर हमें यह पता लगा की नीता अंबानी का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट है ही नहीं। इस वायरल ट्वीट के पूर्व भी अंबानी के नाम ट्वीट्स वायरल हुए और इन्हे हटाया गया था। तब शइ पर काफी बवाल भी मचा था। ये सांप्रदायिक बयान फर्जी अकाउंट से ट्वीट किया गया है। नीता अंबानी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
सच क्या है?
ट्विटर पर इस हैंडल को सर्च किया तो पता चला की नीता अंबानी (0Nita_ji) के नाम से बने इस अकाउंट में इसे एक फ़ैन पेज - यानि किसी प्रशंसक द्वारा बनाया गया अकाउंट - बताया गया है। ये फर्जी है। हालांकि अप्रैल, 2020 में बने इस फ़ैन अकाउंट से किया गया वायरल ट्वीट अब डिलीट कर दिया गया है लेकिन इस अकाउंट में कई अन्य ट्वीट्स है जो सांप्रदायिकता के रंग में रंगे हुए हैं।
ये अकाउंट नीता अंबानी का अधिकारिक अकाउंट नहीं है। ये फर्जी अकाउंट जो मिसेज अंबानी के नाम फर्जी दावे कर रहा है।
ये निकला नतीजा
इंटरनेट पर नीता अंबानी द्वारा दिए गए ऐसे किसी भी बयान को ढूंढने की कोशिश की पर ना तो हमें उनके द्वारा दिया गया ऐसा कोई बयान मिला ना अज़ान के मसले पर उनकी कोई टिप्पणी मिली।
इससे पहले भी मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी के नाम से एक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट किया गया। ट्वीट में सरकार से कड़ा कदम उठाने का आग्रह किया गया है। इसमें लिखा है- पूरा सरकारी महकमा निजामुद्दीन से निकले 157 लोगों को क्यों ढूंढ रहा है? 10 घंटे सरेंडर का समय दे के Shoot at sight का ऐलान करो। ये ट्वीट भी पूरी तरह फर्जी निकले थे। इन सभी फर्जी अकाउंट्स को बंद करवाने के लिए अंबानी ने कदम उठाए थे।