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CAA के विरोध में शाहीन बाग में धरने पर बैठीं जसोदाबेन, होश उड़ाने वाला है वायरल फोटो का सच
नई दिल्ली. देसभर में संशोधित नागरिकता कानून 2019 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। इधर सोशल मीडिया पर देश के प्रधानमंत्री जसोदाबेन की एक तस्वीर आपत्तिजनक कैप्शन के साथ वायरल हो रही है। इस फोटो में जसोदाबेन मुस्लिम महिलाओं के साथ विरोध प्रदर्शन करती नजर आ रही हैं। तस्वीर ट्विटर पर धड़ाधड़ शेयर की जा रही है।
| Published : Jan 20 2020, 06:40 PM IST
CAA के विरोध में शाहीन बाग में धरने पर बैठीं जसोदाबेन, होश उड़ाने वाला है वायरल फोटो का सच
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फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि जसोदाबेन ने भी नागरिकता कानून के खिलाफ अपना विरोध जता दिया है। आइए जानते हैं इस तस्वीर के पीछे की सच्चाई।
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जोया नाम की एक यूजर ने टविटर पर फोटो शेयर कर लिखा- "भक्तो तुम्हारी अम्मा यसोदा मैया भी #ShaheenBaghProtest पहुंच गई पैसे लेने....लेकिन तुम्हारे पप्पा #मोदीजी_शाहीनबाग_कब_आओगे") इस फोटो को देखते ही लोगों ने शेयर करना शुरू कर दिया। सोशल मीडिया जशोदाबेन की ये फोटो जमकर वायरल हो गई।
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जसोदाबेन की इस फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि, वो शाहीन बाग में महिलाओं के साथ नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध कर रही हैं। महिलाओं के एक समूह के बैठी जशोदाबेन को विरोध दर्ज करते हुए दर्शाया गया है। ये तस्वीर एक व्यंग्यात्मक कैप्शन के साथ फेसबुक और ट्विटर पर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि वो नागरिकता कानून के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करने शाहीम बाग में बैठी हैं। हालांकि फैक्ट चेकिंग में तस्वीर की सच्चाई सामने आई है।
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तस्वीर के तेजी से वायरल होने के बाद फैक्ट चेकिंग की गई। गूगल रिवर्स इमेज सर्च में हमने पाया कि ये फोटो साल 2016 की है। 13 फरवरी, 2016 में डेक्कन क्रॉनिकल की एक रिपोर्ट में ये फोटो छपी थी। नरेंद्र मोदी की पत्नी अनाथों झुग्गीवासियों के लिए उपवास पर बैठी थीं। उन्होंने तब बच्चों के हक के लिए भूख हड़ताल की थी। चार साल पुरानी इस फोटो को अब भ्रामक जानकारी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।
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बता दें कि शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रोटेस्ट चल रहा है। ऐसे में अफवाहे उड़ी की वहां प्रदर्शनकारी पैसे लेकर नारेबाजी कर रहे हैं। जिसके बाद कुछ से सोशल मीडिया पर ऐसी फोटो आपत्तिजनक कैप्शन और दावे के साथ शेयर की जा रही हैं। मूर्ख लोग एक पुरानी तस्वीर को भ्रामक जानकारी के साथ साझा कर रहे हैं जिस पर कतई भरोसा नहीं किया जाना चाहिए।