- Home
- Fact Check News
- शाहीन बाग में मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ तलवार लेकर निकलीं राजपूत महिलाएं, जानें सच
शाहीन बाग में मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ तलवार लेकर निकलीं राजपूत महिलाएं, जानें सच
| Published : Feb 03 2020, 11:10 AM IST / Updated: Feb 03 2020, 11:15 AM IST
शाहीन बाग में मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ तलवार लेकर निकलीं राजपूत महिलाएं, जानें सच
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
15
शाहीन बाग दिल्ली चुनाव में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनता जा रहा हैं। यहां महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन के मोर्चे को संभाला हुआ हैं। इस पूरे प्रोटेस्ट को महिलाएं लीड कर रही हैं। बच्चे को लेकर महिलाएं सड़कों पर बैठी है और सीएए और एनआरसी को वापस लिए जाने की मां उठा रही हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर इस प्रोटेस्ट के खिलाफ भी कई वीडियो और खबरें वायरल हो रही हैं।
25
ट्विटर उपयोगकर्ता यूनाइटेड ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा है, “शाहीन बाग और लखनऊ के घंटाघर की मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ खड़ी हुई कट्टर हिंदू राजपूताना महिलाएं । जय भवानी, भारत माता की जय।” इस मैसेज के साथ 10 सेकंड की एक क्लिप शेयर की गई है। सेम मैसेज को कट-पेस्ट कर लोगों ने शेयर किया हुआ है जिसके बाद ये क्लिप वायरल हो गया जिसे अब तक 1,800 बार रिट्वीट किया गया है।
35
वीडियो में सैकड़ों महिलाएं हाथ में तलवार लेकर ललकारती नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर लोग तरह-तरह के दवे कर रहे हैं। हालांकि ज्यादातर लोगों का कहना है कि ये राजपूत महिलाएं हैं जो शाहीन बाग और लखनऊ में चल रहे प्रोटेस्ट के खिलाफ सड़कों पर निकली हैं। वीडियो वायरल होने के बाद हमने इसकी फैक्ट चेकिंग की तो 10 सेकंड की इस क्लिप को लेकर सच्चाई कुछ और ही निकली।
45
सोशल मीडिया पर वीडियो के तेजी से वायरल होने के बाद हमने इसकी सत्यता की जांच की। जांच में हमे 24 अगस्त, 2019 के टाइम्स ऑफ़ इंडिया के प्रसारण का एक वीडियो मिला, जिसमें बताया गया है कि गुजरात के जामनगर में करीब 2,000 राजपूत महिलाओं ने अपनी तलवार कला का प्रदर्शन कर नया विश्व रिकार्ड बनाया था। इसी वीडियो को फेसबुक उपयोगकर्ता कुलदीप तोमर ने 23 अगस्त, 2019 को अपलोड किया था, पोस्ट साझा करते हुए उन्होंने लिखा है, “#गुजरात में 2000 से ज्यादा #क्षत्राणियों ने एक साथ तलवार बाजी करके #विश्व_रिकॉर्ड बनाया।” अब इससे ये साबित होता है कि ये वीडियो शाहीन बाग से जुड़ा नहीं है।
55
गूगल और यूट्यूब पर सर्च करने से वीडियो से जुड़ी सच्चाई सामने आ गई इस तरह, सोशल मीडिया का दावा कि शाहीन बाग़ और क्लॉक टॉवर में राजपूत महिलाएं मुस्लिम महिलाओं के सामने खड़ी हुई है, गलत साबित होता है। यह वायरल वीडियो, CAA के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शन के बारे में झूठा प्रचार फ़ैलाने का एक अन्य उदाहरण है।