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प्रधानमंत्री का ऐसा अपमान; शी जिनपिंग के सामने नहीं झुके थे PM मोदी, FACT CHECK में खुली फर्जी फोटो की पोल
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चीन और भारतीय सेना के बीच खूनी झड़प में 20 जवानों के शहीद होने की खबर आने के बाद से पूरा देश हिल गया था। लोग सोशल मीडिया पर जवानों की तस्वीरें डालकर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसी को लेकर सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की तस्वीर ने कोहराम मचाया हुआ है। लोग इस तस्वीर पर गुस्सा भी जाहिर कर रहे हैं।
वायरल पोस्ट क्या है?
ये तस्वीर ट्वीट करते हुए कांग्रेस उम्मीदवार रह चुके देवाशीष जरारिया ने लिखा, “इस तस्वीर को मोदी जी ने यथार्थ कर दिया है। #ModiSurrendersToChina #ModiSurrendersGalwanValley” आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 800 से ज़्यादा बार लाइक और 250 बार रीट्वीट किया गया है। ये तस्वीर जरारिया ने अपने फ़ेसबुक अकाउंट से भी शेयर की है।
क्या दावा किया जा रहा है?
ये तस्वीर उस वक़्त शेयर हो रही है जब भारत और चीन के बीच सीमा विवाद चल रहा है। इसके चलते 20 भारतीय सैनिकों की मृत्यु हो चुकी है। इसे शेयर करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को चीन के राष्ट्रपति के सामने झुकते हुए दिखाया गया है। एक और ट्विटर यूज़र ‘@AudaciousQuest’ ने ये तस्वीर इसी दावे से ट्वीट की है। फ़ेसबुक पर भी इस तस्वीर को पोस्ट किया गया है।
फ़ैक्ट-चेक
आपको बता दें कि वायरल हो रही फोटो दो अलग-अलग तस्वीरों से बनी है। एक आसान से रिवर्स इमेज सर्च से 11 अक्टूबर 2019 का ‘गल्फ़ न्यूज़’ का एक आर्टिकल मिला। ये आर्टिकल उस वक़्त का है जब भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर की धारा 370 को निष्प्रभावी किया था। उस वक़्त पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान चीन की राजधानी बीजिंग में ही मौजूद थे जबकि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत आए हुए थे।
ये तस्वीर प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तमिलनाडु के महाबलीपुरम में हुई मुलाकात की है। इस आर्टिकल में प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग की कई तस्वीरों को शेयर किया गया है। नीचे आप वायरल तस्वीर से मिलती जुलती हुई एक तस्वीर को देख सकते हैं।
उपरोक्त तस्वीर से शेयर हो रही तस्वीर को कंपेयर करने पर एक बात तो साफ़ हो जाती है कि शेयर हो रही तस्वीर एडिट की हुई है। ‘द हिन्दू’ ने भी अपनी रिपोर्ट में प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात की वास्तविक तस्वीर शेयर की है।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी की जिस तस्वीर को एडिट कर महाबलीपुरम में हुई मुलाकात की तस्वीर में शामिल गया है, वो दरअसल सितंबर 2014 की है। इसमें प्रधानमंत्री मोदी झुककर तुमकुर, कर्नाटका की मेयर गीता रुद्रेश का अभिवादन कर रहे है। 25 सितंबर, 2014 की एक अखबार की क्लिप में इसे शेयर करते हुए बताया गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ़ूड पार्क के उद्घाटन के लिए बुधवार को तुमकुर पहुंचे थे जहां पर उनकी मुलाकात मेट्रोपॉलिटन मेयर गीता रुद्रेश से हुई थी। अक्टूबर 2019 में प्रधानमंत्री मोदी और मेयर गीता रुद्रेश की ये तस्वीर शेयर करते हुए यूज़र्स दावा कर रहे थे कि प्रधानमंत्री मोदी गौतम अदानी की पत्नी को झुककर नमस्कार कर रहे है। उस वक़्त इस तस्वीर की सच्चाई सबके सामने पेश की थी।
ये निकला नतीजा
ट्विटर पर कुछ लोगों ने वायरल फोटो शेयर करने वाले को टैग करके लिखा ये फेक फोटो है। तो फैक्ट चेकिंग में आपने देखा, प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तमिलनाडु के महाबलीपुरम में हुई मुलाकात की तस्वीर को एडिट कर सोशल मीडिया में शेयर किया गया। एडिटेड तस्वीर में प्रधानमंत्री मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सामने झुके हुए दिखाई दे रहे हैं जबकि असली तस्वीर में वो शी जिनपिंग के सामने खड़े है।