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Makar Sankranti पर कहीं खाई जाती है खिचड़ी, तो लगता है दही-चूड़ा का भोग, वजह जान आप बनाने को हो जाएंगे तैयार
फूड डेस्क : मकर संक्रांति (makar sankranti 2021) का पर्व पूरे देश में 14-15 जनवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस बार भी कोरोना के चलते इसकी रंगत थोड़ी फीकी जरूर पड़ी है, लेकिन घरों में बच्चे जहां पतंगबाजी करते है, तो वहीं महिलाएं इस दिन तरह-तरह के पकवान बनाती हैं। भारत में लगभग हर राज्य में ये त्योहार अलग-अलग नाम से मनाया जाता है और संक्रांति के दिन स्पेशल डिश (Makar Sankranti dishes) भी बनाई जाती है। मकर संक्रांति के दिन कहीं खिचड़ी खाई जाती है, तो कहीं दही-चूड़ा। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं, भारत के 8 राज्यों में संक्रांति के दिन खाई जाने वाली अलग-अलग डिशों के बारे में...
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महाराष्ट्रीयन लोग अक्सर मकर संक्रांति पर पूरन पोली बनाते हैं, जो मीठे और कुरकुरे मूंग से भरी हुई एक मीठी चपटी रोटी है। इसे मूंग के अलावा चना दाल से भी बनाया जाता है।
मकर चौला ताजे कटे हुए चावल, गुड़, दूध, छेना, केला और गन्ने का स्वादिष्ट मिश्रण है। यह संक्रांति के दौरान लगभग हर उड़िया घर में तैयार किया जाता है। संक्रांति के दिन भगवान का इसे भोग लगाने के बाद सभी को खिलाया जाता है।
कई घरों में संक्रांति के दिन खिचड़ी बनाई जाती है, क्योंकि चावल को चंद्रमा का प्रतीक, उड़द दाल को शनि का और हरी सब्जियां का संबंध बुध से माना जाता है। इसलिए कहते हैं कि मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने से राशि में ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है।
पायेश एक गाढ़ा चावल और दूध का हलवा है जिसमें सुगंधित मसालों का स्वाद होता है। संक्रांति पर पायेश बनाने का विशेष है, क्योंकि इसे अक्सर खजूर के गुड़ से मीठा किया जाता है, जो केवल सर्दियों के महीनों के दौरान ही उपलब्ध होता है।
पिन्नी पंजाब का एक भोगी व्यंजन है, जो घी, गेहूं का आटा, गुड़ और बादाम के साथ बनाया जाता है। इसे लोहड़ी और संक्रांति पर विशेष रूप से तैयार किया जाता है।
अप्पलु एक साउथ इंडियन डिश है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लोग इस मिठाई को गेहूं के आटे, चावल के आटे और गुड़ से तैयार करते हैं। इस प्रकार बनाए गए आटे को चपटा करके तेल में तल कर एक खस्ता मीठा व्यंजन बनाया जाता है। इसे खाने से पहले भगवान को अर्पित किया जाता है।
दही चूड़ा चिवड़ा या चपटा चावल है जिसे दही या दही के साथ मिलाया जाता है। ज्यादातर पूर्वी भारतीय राज्यों (बिहार, उत्तरप्रदेश, झारखंड) में मकर संक्रांति का त्योहार सुबह के समय दही चूड़ा के सेवन से शुरू होता है। इसे बनाने के लिए चूड़ा को पानी में साफ करके दही मिलाया जाता है। फिर इसमें गुड़ या चीनी डालने के बाद अच्छी तरह से मिलाकर खाने का मजा लिया जाता है।
उत्तराखंड के कुमाउनी क्षेत्र के लोगों का मकर संक्रांति मनाने का एक अनूठा तरीका है। उत्तराखंड में इस त्योहार को घुघुटिया कहा जाता है और घुघुटे इस अवसर को मनाने के लिए तैयार किया जाने वाला व्यंजन है, जो गेहूं का आटा और गुड़ से बनाया जाता है और इस मिश्रण को अनार के फूल, चाकू, सर्पिल आदि आकृतियों का बनाते हैं। इसके बाद इसे घी में तला जाता है।
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