- Home
- States
- Haryana
- हरियाणा में दहला देने वाला हादसा: सिलेंडर फटने से पूरे परिवार की मौत, पति-पत्नी और 4 बच्चे जिंदा जले
हरियाणा में दहला देने वाला हादसा: सिलेंडर फटने से पूरे परिवार की मौत, पति-पत्नी और 4 बच्चे जिंदा जले
- FB
- TW
- Linkdin
दरअसल, यह भयानक हादसा द पानीपत के तहसील कैंप इलाके में राधा फैक्ट्री के पास एक घर में गुरुवार सुबह हुआ। बताया जाता है कि रात से ही गैस लीक हो रही थी और सुबह होते ही सिलेंडर फटने से धमाका हो गया। जिसकी की चपेट में घर में बिस्तर पर सो रहा पूरा परिवार आ गया। यानि आग की लपटें इतनी भयानक थीं कि किसी को बाहर निकलने तक का मौका नहीं मिला।
बताया जाता है कि जिस वक्त गैस सिलेंडर में आग लगी, उस दौरान महिला खाना बनाने की तैयारी कर रही थी। पति और चार बच्चे बिस्तर पर सो रहे थे। महिला कुछ समझ पाती इससे पहले ही धमाका हो गया। ब्लास्ट होते ही पूरी किचन में आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि सभी लोग बिस्तर पर ही जलकर राख के ढेर में तब्दील हो गए। यानि पलभर में पूरा परिवार कंकाल बन गया। उन्हें अपनी जान बचाने के लिए चीखने-चिल्लाने तक का मौक नहीं मिला। जैसे ही आग की लपटें देखकर पड़ोसी पहुंचे तो तब तक सभी जल चुके थे।
हादसे की खबर लगते ही पुलिस और फायर विभाग के कर्मचारी पहुंचे। वहीं जिले के एसपी शशांक कुमार सावन भी टीम के साथ पहुंच गए। उन्होंने शुरूआती जांच में बताया कि यह हादसा सिलेंडर फटने से नहीं बल्कि लीकेज से हुआ है। हालांकि पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। वहीं फॉरेंसिक टीमें को भी बुलाया गया है।
वहीं हादसे का पता चलते ही इलाके के लोगों की भीड़ जमा हो गई। पूरे मुहल्ले में कोहराम मच गया। परिवार के अन्य सदस्य भी वहां पहुंचे। अपनों ऐसी भयानक मौत देखकर उनका रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं डीएसपी धर्मबीर खर्ब ने बताया कि महिला चाय बनाने के लिए किचन में पहुंची थी। जैसे ही उसने गैस चूल्हा जलाने के लए की बटन को ऑन किया तो धमाका हो गया। फिर पूरे घर में आग लग गई और घुटन से सभी की मौत हो गई।
इस भयानक में जिन लोगों की मौत हुई है उनकी पहचान कर ली गई है। मृतक परिवार मूल रूप से वेस्ट बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के रहने वाला था। वह अभी पानीपत के परशुराम कॉलोनी रह रहा था। परिवार के मुखिया अब्दुल करीम (50), उसकी पत्नी अफरोजा (46), मृतकों में पति-पत्नी के अलावा उनके चार बच्चे भी शामिल हैं। जिनकी पहचान बेटी इशरत खातुन (17-18), रेशमा (16), अब्दुल शकूर(10) और अफान (7) के रूप में हुई है।