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बंद कमरे में घंटों इंटरनेट से चिपके रहते थे ये लोग, जब दरवाजा खोलते, तो हाथों में होते थे कड़क नोट
महेंद्रगढ़, हरियाणा. मौजूदा समय में इंटरनेट सीखने का एक अहम जरिया बना हुआ है। यह अलग बात है कि कुछ लोग इससे अच्छा ज्ञान हासिल करते हैं, तो कुछेक गलत तरीके सीखने में जुट जाते हैं। ये लोग यूट्यूब (youtube) पर अकसर वीडियो देखा करते थे। लॉकडाउन में खाली बैठे दिमाग में शैतान घुसा और नकली नोट (Fake currency) बनाने का तरीका सीखने लगे। इसके बाद इन्होंने नकली नोट बनाए और बाजार में खपा दिए। लेकिन अपराध कभी छुपता नहीं है। अब ये सभी जेल की 'चक्की' पीस रहे हैं। इस तस्वीर में दिखाई दे रहे भाई-बहन पुणे के रहने वाले हैं। ये बंद कमरे में घंटों छुपकर यूट्यूब पर नकली नोट बनाना सीखते रहे। वहीं, बीच में बैठा अपराधी गुरुवार शाम को महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में पकड़ा गया है। यह एक असली नोट के बदले 5 नकली नोट देता था। आगे पढ़िए नकली नोटों के सौदागरों की कहानियां...
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पहले पढ़ें बीच में दिखाई दे रहे नकली नोट के सौदागर की कहानी। इसे गुरुवार रात महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में जलमहल के नजदीक से पकड़ा गया। इसके पास से 100-100 रुपए की 10 नकली नोटों की गड्डी बरामद की गईं। आरोपी संदीप छोटे दुकानदारों और शराब के ठेके पर ये नोट चलाता था। यह मामला कुछ दिन पहले एसपी के संज्ञान में आया था। इसके बाद आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। आरोपी एक असली नोट के बदले 5 नकली नोट पकड़ाता था। नकली नोट छापने का आइडिया इसे इंटरनेट से मिला था। आगे पढ़ें-बंद कमरे में यूट्यूब देखा करते थे बहन-भाई, जीजा को जब पता चला..तो पैरों तले से जमीन खिसक गई
यह मामला पिछले दिनों महाराष्ट्र के पुणे में सामने आया था। यह है सुनीता राय और उसका भाई प्रदीप। दोनों को पिंपरी पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था। इन्होंने यूट्यूब के जरिये 50, 100, 200, 500 और 2000 के नकली नोट छापे थे। ये बुजुर्ग दुकानदार या गांव के सीधे-सादे लोगों को नकली नोट टिकाते थे। लेकिन सब्जी मंडी में एक दुकानदार को नकली नोट देने पर पोल खुल गई। महिला दो बच्चों की मां है। उसके पति को भी यह अब पता चला कि उसकी पत्नी बंद कमरे में क्या करती थी। आगे पढ़ें इसी खबर के बारे में...
पुलिस ने सुनीता के घर से दो कलर प्रिंटर और लाखों के के नकली नोट बरामद किए। सुनीता के पति गणेश सावंत खुद हैरान है कि उनकी पत्नी ऐसा कुछ करती थी। गणेश ने पुलिस को बताया कि सुनीता अपने भाई के साथ बंद कमरे में घंटों रहती थी। लेकिन कभी उसने पूछा नहीं। हालांकि पुलिस को अंदेशा है कि सुनीता के पति को भी इसकी जानकारी हो सकती है। या फिर वो भी इसमें शामिल हो सकता है। आगे पढ़िए... रात को साथियों के साथ मिलकर नकली नोट छापती थी यह महिला...
फेक करेंसी का यह मामला जुलाई में हरियाणा में सिरसा जिले के डबवाली कस्बे में सामने आया था। ये लोग 2000 के 25 नोट और 500 के 2 नकली नोट ही कलर प्रिंटर से छाप पाए थे कि पुलिस ने छापा मार दिया। आरोपियों में से एक पहले भी पंजाब में नकली नोट चलाते पकड़ा गया था। पुलिस के अनुसार पंजाब के मुक्तसर का रहने वाला आरोपी रविंदर सिंह उर्फ बब्बी और गगनदीप सिंह कलर प्रिंटर लेकर चौहान नगर मोहल्ला स्थित रेखा रानी पत्नी तरुन कुमार के घर पहुंचे थे। यहां पर तीनों ने रातभर फेक करेंसी छापी। लेकिन इससे पहले कि वो इसे निकाल पाते, सूचना के बाद पुलिस ने घर पर छापा मार दिया। आगे पढ़ें इसी खबर के बारे में...
पुलिस के अनुसार, रविंदर सिंह उर्फ बब्बी पहले भी बठिंडा में नकली नोट चलाते पकड़ा गया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि यह डबवाली में सक्रिय हो रहा है। आगे पढ़ें...भाई-बहन निकले थे नकली नोट खपाने...
यह मामला अगस्त में हरियाणा के सिरसा में सामने आया था। गश्त के दौरान पुलिस ने पंजाब सीमा पर लगे मुसाहिबवाला नाके के पास बाइक सवार महिला व पुरुष को रुकवाया था। इनके पास से तीन लाख रुपए के नकली नोट पकड़े गए थे। आरोपी गगनदीप उर्फ गगन पंजाब में रहता है। जबकि हरपाल कौर उर्फ प्रीत सिरसा में। दोनों भाई-बहन लगते हैं।