40 घंटे की उड़ान और बाकी थी, इसके बाद सिर पर बंधने वाला था सेहरा, लेकिन...
पलवल, हरियाणा. यूपी के आजमगढ़ में सोमवार को क्रैश हुए ट्रेनी एयरक्राफ्ट में अपनी जान गंवाने वाले ट्रेनी पायलट कोणार्क सरन की शादी की तैयारियां चल रही थीं कोणार्क को 200 घंटे की उड़ान की ट्रेनिंग लेनी थी। इसमें से 160 घंटे की उड़ान वे पूरी कर चुके थे। बता दें कि अमेठी के इंदिर गांधी राष्ट्रीय उड़ान एकेडमी(IGRUA) का फोर सीटर टीबी-20 एयरक्राफ्ट (Trainee aircraft crashes) सोमवार को आजमगढ़ जिले के फरीद्दीनपुर गांव में क्रैश हो गया था। हादसे की वजह खराब मौसम और बिजली गिरना माना जा रहा है। 30 वर्षीय कोणार्क पलवल की आदर्श कॉलोनी के रहने वाले थे। अकादमी से उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही एयरक्राफ्ट क्रैश हुआ था।
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एयरक्राफ्ट सोमवार सुबह करीब 11 बजे क्रैश हुआ था। एयरक्राफ्ट खेत में गिरने के बाद एक जोरदार धमाका हुआ। यह आवाज सुनकर गांववाले घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत सरायमीर थाने को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने ट्रेनी पायलट को देखा। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। ट्रेनी पायलट कोणार्क सरन की मौत की खबर मिलते ही उनके घर पर मातम छा गया।
कोणार्क माता-पिता की इकलौती बेटे थे। इन्होंने थापर यूनिवर्सिटी से बीटेक किया था। इसके बाद इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी में पायलट ट्रेनिंग के लिए 2 साल पहले एडमिशन लिया था।
कोणार्क की तीन बहनें हैं-प्रतिभा, सुजाता और मीनाक्षी। इनकी शादी हो चुकी है। मीनाक्षी एयर इंडिया में नौकरी करती है। पिता रामशरण भी एयर इंडिया में थे। मां सरोज हाउसवाइफ हैं।
बताते हैं कि ट्रेनिंग पूरी होने के बाद कोणार्क की शादी की तैयारियां चल रही थीं। लेकिन हादसे ने खुशियों के बीच मातम का माहौल पैदा कर दिया।