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मां क्या चाहती है, बेटा अच्छे से समझता था इशारा, यही हाल भाई-बहन और प्रेमी युगल का निकला
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एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया कि एंटी नारकोटिक सेल टीम ने सूचना के बाद खरकां निवासी रवि के घर पर दबिश दी। यहां से उसकी मां बीरो देवी (तस्वीर में नीचे बैठे मां-बेटे) को पकड़ा। रवि का पिता मलक राम 12 जून 2016 को माता गुजरी चौक खरकां से 40 ग्राम स्मैक सहित पकड़ा गया था। उसे सजा सुनाई गई थी। हालांकि अभी वो जमानत पर है। ये लोग पंजाब से स्मैक खरीदकर लाते थे। आगे पढे़ं-रिया चक्रवती की भी 'मौसी' निकली ये 23 साल की सेल्सगर्ल, हकीकत जान पूर्व पति ने माथा पीट लिया
भोपाल, मध्य प्रदेश. अपने पति से अलग रह रही 23 साल की यह युवती कुछ महीने पहले तक भोपाल के एक मॉल में सेल्सगर्ल थी। लॉकडाउन लगा, तो जॉब छूट गई। पैसों की तंगी आई, तो कुछ दूसरा साफ-सुथरा काम करने के बजाय गांजे की तस्करी में उतर गई। इसमें उसका साथ दे रहा था, उसका प्रेमी। पति को यह मालूम ही नहीं था कि उसकी पत्नी सेल्सगर्ल से 'हेम्प वुमेन' बन गई है। आरोपियों की पहचान झांसी निवासी 23 साल की नीलम और 24 साल के कुलदीप पाठक उर्फ अजय पाठक के रूप में हुई। नीलम ने पूछताछ में बताया कि वो विशाखापट्टनम से गांजा और अन्य ड्रग्स लाकर किसी भी ट्रेन की बोगी में लावारिश छोड़ देती थी। वो दूसरी बोगी में बैठ जाती थी। अगर कहीं चेकिंग में माल पकड़ा गया, तो वो वहां से खिसक लेती थी। ललितपुर के पास जब ट्रेन आती, तो वो पैकेट आउटर पर फेंक देती। फिर वहां से उठाकर भोपाल और राजस्थान सप्लाई के लिए भेज देती। आगे पढ़ें-लॉकडाउन में टाइम पास करने सीक्रेट रूम में यूट्यूब क्या देखा, बिगड़ गए भाई-बहन और 'वो'
पुणे, महाराष्ट्र. इन भाई-बहनों की कहानी पिछले दिनों मीडिया में काफी सुर्खियों में आई थी। शादीशुदा बहन लॉकडाउन (Lockdown) में टाइम पास करने अपने भाई के साथ यूट्यूब पर वीडियो (Youtube video) देखा करती थी। मामला खुला..तो सामने आया कि ये दोनों नकली नोट (Fake currency) बनाना सीख रहे थे। सुनीता राय और उसके भाई प्रदीप को दोनों को पिछले दिनों पिंपरी पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था। इन्होंने यूट्यूब के जरिये 50, 100, 200, 500 और 2000 के नकली नोट छापे थे। क्राइम ब्रांच यूनिट 1 के अधिकारी उत्तम तांगड़े के मुताबिक, ये लोग असली के बीच नकली नोट फंसाकर चलाते थे।
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पुलिस ने सुनीता के घर से दो कलर प्रिंटर और लाखों के नकली नोट बरामद किए थे। सुनीता के पति गणेश सावंत खुद हैरान है कि उनकी पत्नी ऐसा कुछ करती थी। गणेश ने पुलिस को बताया कि सुनीता अपने भाई के साथ बंद कमरे में घंटों रहती थी। लेकिन कभी उसने पूछा नहीं। हालांकि पुलिस को अंदेशा है कि सुनीता के पति को भी इसकी जानकारी हो सकती है। या फिर वो भी इसमें शामिल हो सकता है। सुनीता दो बच्चों की मां है। आगे पढ़िए... रात को साथियों के साथ मिलकर नकली नोट छापती थी यह महिला...
फेक करेंसी का यह मामला जुलाई में हरियाणा में सिरसा जिले के डबवाली कस्बे में सामने आया था। ये लोग 2000 के 25 नोट और 500 के 2 नकली नोट ही कलर प्रिंटर से छाप पाए थे कि पुलिस ने छापा मार दिया। आरोपियों में से एक पहले भी पंजाब में नकली नोट चलाते पकड़ा गया था। पुलिस के अनुसार पंजाब के मुक्तसर का रहने वाला आरोपी रविंदर सिंह उर्फ बब्बी और गगनदीप सिंह कलर प्रिंटर लेकर चौहान नगर मोहल्ला स्थित रेखा रानी पत्नी तरुन कुमार के घर पहुंचे थे। यहां पर तीनों ने रातभर फेक करेंसी छापी। लेकिन इससे पहले कि वो इसे निकाल पाते, सूचना के बाद पुलिस ने घर पर छापा मार दिया। आगे पढ़ें इसी खबर के बारे में...
पुलिस के अनुसार, रविंदर सिंह उर्फ बब्बी पहले भी बठिंडा में नकली नोट चलाते पकड़ा गया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि यह डबवाली में सक्रिय हो रहा है। आगे पढ़ें...भाई-बहन निकले थे नकली नोट खपाने...
यह मामला अगस्त में हरियाणा के सिरसा में सामने आया था। गश्त के दौरान पुलिस ने पंजाब सीमा पर लगे मुसाहिबवाला नाके के पास बाइक सवार महिला व पुरुष को रुकवाया था। इनके पास से तीन लाख रुपए के नकली नोट पकड़े गए थे। आरोपी गगनदीप उर्फ गगन पंजाब में रहता है। जबकि हरपाल कौर उर्फ प्रीत सिरसा में। दोनों भाई-बहन लगते हैं।