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खाना खाने के बाद सिर्फ छोटा सा गुड़ का टुकड़ा रखे मुंह में और इन 5 बीमारियों को कहे टाटा बाय-बाय
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गुड़ में मौजूद पोषक तत्व
सबसे पहले गुड़ में मौजूद पोषक तत्वों की बात की जाए तो इसमें आयरन की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो खून की कमी को पूरा करने में मदद करती है। इसके अलावा इसमें कैलोरी, प्रोटीन, गुड फैट, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और फास्फोरस जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
शरीर की सफाई करें गुड़
गुड़ शरीर के लिए एक सफाई एजेंट के रूप में काम करता है जो फेफड़ों, गले, पेट और आंतों को साफ करने में सहायक होता है। जिन लोगों को प्रदूषण के कारण सांस लेने में तकलीफ हो रही है, उन्हें अपने आहार में गुड़ जरूर शामिल करना चाहिए। वहीं, एलर्जी और स्किन से जुड़ी समस्या से परेशान लोगों के लिए गुड़ फायदेमंद होता है।
एनीमिया को रोकें
चूंकि गुड़ आयरन का एक बड़ा स्त्रोत होता है और आयरन स्वस्थ रक्त और मांसपेशियों की कोशिकाओं के निर्माण के लिए आवश्यक है। यदि आपको अपने आहार में पर्याप्त आयरन नहीं मिलता है, तो आप आयरन की कमी से एनीमिया होने का खतरा होता है। इससे ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है और थकान और मांसपेशियों में कमजोरी हो सकती है। ऐसे में गुड़ का नियमित सेवन करना आयरन की कमी को पूरा कर एनीमिया के खतरे को कम करने में मदद करता है।
श्वसन समस्याओं की रोकथाम
जिन लोगों को बार-बार श्वसन तंत्र की समस्या होती है, उनके लिए गुड़ फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए गुड़ का काली मिर्च, तुलसी, सोंठ या तिल के साथ सेवन करने की सलाह दी जाती है।
शरीर को एनर्जी दें
गुड़ शरीर को धीरे-धीरे ऊर्जा देता है जो लंबे समय तक चलती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह अपरिष्कृत है, जो यह सुनिश्चित करता है कि रक्त शर्करा के स्तर में तुरंत बदलाव न हो और इसके बजाय ये धीरे-धीरे बढ़े। ये थकान को रोकने में भी मदद कर सकता है।
पीरियड्स के दर्द से राहत
मासिक धर्म में ऐंठन से होने वाले दर्द को कम करने के लिए गुड़ एक प्राकृतिक उपचार है। गुड़ का सेवन एंडोर्फिन, एक हैप्पी हार्मोन जारी करता है, जो पीएमएस के लक्षणों जैसे चिड़चिड़ापन, भोजन की लालसा और कमजोरी को कम करने में मदद करता है। गुड़ का नियमित सेवन अनियमित पीरियड्स को भी नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।