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- World Sleep Day: अगर पूरी नहीं हो रही है आपकी की नींद तो इन 5 बातों का रखें ध्यान, बीमारियों से रहेंगे दूर
World Sleep Day: अगर पूरी नहीं हो रही है आपकी की नींद तो इन 5 बातों का रखें ध्यान, बीमारियों से रहेंगे दूर
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एक टाइम फिक्स करें
बहुत से लोग अपना रूटीन सेट नहीं कर पाते हैं जिस कारण से उन्हें नींद पूरी करने में दिक्कत होती है। अच्छी नींद केलिए जरूरी है कि एक रूटीन फिक्स कर लें और उस रूटीन को फॉलो करें।
फोन से बना लें दूरी
भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान के पास अपनी फैमली को देने के वक्त की कमी रहती हैं लेकिन इसके बाद भी डिजिटल दुनिया में वो 24 घंटे चीजों से अपडेट रहता है। बहुत से लोग बिस्तर में जाने के बाद भी फोन चलाते हैं। फोन चलाने के कारण उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती है। अगर आप अच्छी नींद चाहते हैं तो बिस्तर में जाने के बाद अपने फोन को अपने से दूर रखें।
खाना खाने के तुरंत बाद नहीं सोएं
अगर आपको अपनी नींद पूरी करनी है तो इसके लिए आप सबसे पहले यह तय करें की खाना खाने के बाद आपको तुरंत नहीं सोना है। खाना खाने औऱ सोने के बीच में थोड़ी देर का गैप रखें। ऐसा करने से आपको कई तरह की बीमारियों से राहत मिलेगी। औऱ आप जानते हैं कि अगर आपका शरीर पूरी तरह से स्वस्थ्य है तो आपको नींद भी अच्छी आएगी।
तनाव से मुक्त रहें
अगर नींद पूरी नहीं होती है तो कई तरह की बीमारियां इंसान को घेर लेती हैं ऐसे में जरूरी है कि नींद पूरी होने चाहिए लेकिन भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव रहता है जिस कारण से नींद पूरी नहीं हो पाती है। अगर आप अच्छी नींद लेना चाहते हैं तो बिस्तर में जाने के बाद तनावमुक्त रहें और ऐशी कोई चीज नहीं सोचें जिस कारण से आपके दिमाग पर लोड बढ़े और आप अपनी नींद पूरी नहीं कर पाएं।
हेल्दी डाइट लें
आपके खान-पान से भी आपकी नींद पर असर पड़ता है ऐसे में जरूरी है कि आप अपने खान-पान पर भी विशेष ध्यान दें। अच्छी नींद के लिए खाने में फ्रूट, सब्जियां, अनाज आदि शामिल करें। कोशिश करें की आप हेल्दी डाइट लें। काना खाने के बाद चाय, कॉफी, एनर्जी ड्रिंक्स से दूर रहे क्योंकि इनमें कैफीन होता है। कैफीन से नींद प्रभावित होती है।
क्यों मनाया जाता है
वर्ल्ड स्लीप सोसाइटी (World Sleep Society) द्वारा इस दिन की शुरुआत की गई थी। अब दुनियाभर के करीब 88 से अधिक देशों में 'विश्व स्लीप डे' मनाया जाता है। सबसे पहले इस दिन की शुरुआत 2008 में की गई थी। इसके जरिए लोगों में पर्याप्त सोने की जागरूकता फैलाई जाती है।